- चार्म के सर्वे में 19 मेल और चार फीमेल बच्चे कुपोषित

- झुग्गी-झोपड़ी में महिलाओं को ब्रेस्टफीडिंग पर किया गया अवेयर

PATNA: एक से छह माह, छह माह से साल भर और साल भर से दो साल तक बच्चों का पोषण महत्वपूर्ण है। सेंटर फॉर हेल्थ एंड रिसोर्स मैनेजमेंट की ओर से कराए गए हालिया सर्वे में पाया गया है कि ब्रेस्टफीडिंग और कुपोषण का गहरा रिश्ता है। पटना के झुग्गी-झोपड़ी में बसने वाले ख्भ्ख् बच्चों पर कराए गए सर्वे में ख्फ् बच्चे कुपोषित पाए गए। आईएमए हॉल में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी गई। स्कॉटिस गवर्नमेंट इंटरनेशनल डेवलपमेंट प्रोग्राम के सहयोग से और साउथ एशिया वोलेंटरी इंटरप्राइज के साथ साझेदारी में यह सर्वे कराया गया। इस प्रोजेक्ट को आईसीडीएस निदेशालय और बिहार सरकार के सहयोग से लागू किया जा रहा है।

अभी और प्रयास जरूरी

आईसीडीएस की असिस्टेंट डायरेक्टर अनीता कुमारी ने कहा कि जब तक सभी बच्चे पोषण मुक्त नहीं हो जाते तब तक प्रयास करते रहना चाहिए। इसमें ब्रेस्टफीडिंग के विभिन्न स्टेप यानी छह माह, सालभर और दो साल तक इसे सही तरह से लागू करने का प्रयास किया जाना चाहिए। सर्वे का जिक्र करते हुए कहा कि एक भी बच्चे कुपोषित हैं, तो लक्ष्य के लिए काम करते रहना होगा। घर-घर जाकर काउंसिलिंग जरूरी है। प्रोजेक्ट के दौरान 80 प्रेगनेंट महिलाओं से भी इंटरैक्ट किया गया। प्रोजेक्ट का लक्ष्य म्7,ख्00 को टारगेट करना है।

नुक्कड़-नाटक से दिया मैसेज

पीएमसीएच में सेव द चिल्ड्रेन और आपसदारी कला मंच, मनेर की ओर से नुक्कड़-नाटक का मंचन किया गया। गीत-संगीत संग 'खुशी का मंतर' नामक नाटक प्रस्तुत किया गया। इसमें अवेयर किया गया कि जन्म के आधे घंटे के बाद और एक घंटा के पहले गाढ़ा पीला दूध जरूर पिलाया जाना चाहिए, साथ ही, छह माह के बाद ही पूरक आहार दिया जाना चाहिए।

हेल्दी बेबी शो ऑर्गनाइज

एक से सात अगस्त को शहर में ब्रेस्टफीडिंग वीक के रूप में मनाया जा रहा है। पीएमसीएच के पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट में इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक, बिहार ब्रांच की ओर से प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इसमें डिपार्टमेंट के एक्स हेड डॉ एनपी नारायण, डॉ नीलम वर्मा व अन्य मौजूद थे। डॉ नारायण ने बच्चों के लिए शुरू के छह माह के महत्व और उनके बेहतर पोषण की आवश्यकता के बारे में जानकारी दी। बाद में हेल्दी बेबी शो का अवार्ड अनाउंस किया गया।

ब्रेस्टफीडिंग पर कई प्रोग्राम्स

- स्कूली बच्चियों ने ह्यूमन चेन बनाकर दिया मैसेज।

- पीएमसीएच में नुक्कड़-नाटक व हेल्दी बेबी शो ऑर्गनाइज।

- मनेर में हेल्दी बेबी शो ऑर्गनाइज।

- चार्म संस्था ने झुग्गी-झोपडि़यों में किया सर्वे।