नहीं एलॉट हुए थे आई कार्ड

स्टूडेंट्स की माने तो उन्हें पिछले सेशन में आई कार्ड इशु ही नहीं किए गए थे, जबकि आई कार्ड के लिए उनसे फीस के साथ ही पैसा जमा करवा लिया गया था। ऐसे में आईकार्ड के लिए उन्हें दोबारा पैसे देने पड़ रहे हैं। वहीं कुछ स्टूडेंट्स ने इसका विरोध किया तो उनसे प्रॉक्टर से मिलने की बात कह कर लौटा दिया गया। बता दें कि सीएम अखिलेश यादव सिटी में लैपटॉप डिस्ट्रिब्यूशन के लिए आने वाले हैं। ऐसे में लैपटॉप पाने वाले कैंडिडेट्स का वेरिफिकेशन कर उन्हें आई कार्ड इशु किए जा रहे हैं, जिससे कि कैंडिडेट्स को एंट्री करने में कोई प्रॉब्लम न हो। अगर वेरिफिकेशन में जरा सी भी चूक होती है तो ऐसे में जिम्मेदारी यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की ही होगी।

197 स्टूडेंट्स बाकी

लैपटॉप वेरिफिकेशन के लिए अब महज 197 कैंडिडेट्स ही बचे हुए हैं। इनके पास कंपलीट डॉक्युमेंट न होने की वजह से उन्हें लौटा दिया गया था। डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ। रजनीकांत पांडेय ने बताया कि जिन कैंडिडेट्स के पास ओरिजनल डॉक्युमेंट्स नहीं है, उन्हें किसी भी हाल में लैपटॉप आईकार्ड नहीं दिया जाएगा। अगर किसी का आई कार्ड नहीं है तो वह डीन ऑफिस से लें, अगर किसी का इंटरमीडिएट मार्कशीट करेक्शन के लिए गई है तो वह अपने कॉलेज के प्रिंसिपल से रिटेन में लेकर आए तो उसको आई कार्ड एलॉट कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 2 सितंबर को दीक्षा भवन के रूम नंबर 1 और 11 में आई कार्ड डिस्ट्रिब्यूशन का काम जारी रहेगा।

जिन स्टूडेंट्स को पिछले सेशन में आईकार्ड नहीं मिले हैं, उन्हें फ्री ऑफ कॉस्ट आई कार्ड इशु होंगे। अगर डुप्लिकेट आई कार्ड बनाना है तो उन्हें 50 रुपए पे करने होंगे.

- डॉ। रजनीकांत पांडेय, डीएसडब्लू