द्विपक्षीय संबंध बेहतर हो सकेंगे
अमेरिका और ब्रिटेन ने अब लखवी के मामले में पाक को फरमान जारी किया है. दोनों देशों ने पाक से कहा है कि वह लखवी को भारत को सौंप दे. सूत्रों की मानें तो अमेरिका और ब्रिटेन का मानना है कि इस कदम से पाक और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंध बेहतर हो सकेंगे. कल सोमावार को इस्लामाबाद हाई कोर्ट में जकीउर रहमान लखवी की जमानत याचिका पर सुनवाई थी. हालांकि लखवी के वकील कल इस सुनवाई में पेश नहीं हुए. इस दौरान अभियोजन ने हाईकोर्ट को इस बात से अवगत कराया कि अमेरिका और ब्रिटेन ने लखवी को भारत को सौंपने की मांग की है. अभियोजन पक्ष ने जज शौकत अजीज सिद्दीकी की अध्यक्षता वाली हाई कोर्ट की बेंच से इस मामले में तेजी लाने की मांग की है.

अदालत का कोई लेना देना नहीं
अभियोजन पक्ष की मामले में जल्दी लाने की मांग पर सिद्दीकी ने टिप्पणी की, यदि सरकार को इस मामले में इतनी जल्दी है तो इस मामले को फिर सैन्य अदालत में हस्तांतरित कर दे. इसके अलावा उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि लखवी को किसी देश को सौंपना एक कूटनीतिक मुद्दा है जो सरकार से संबद्ध है. लखवी को सौंपने या न सौंपने से अदालत का कोई लेना देना नहीं है और यह अदालत के कार्यक्षेत्र का हिस्सा नहीं है. कल सुनवाई के दौरान लखवी के वकील के उपस्िथत न होने से सुनवाई स्थगित कर दी गई. गौरतलब है कि लखवी को 2008 में गिरफ्तार किया गया था और उसे अन्य आरोपियों के साथ आरोपित किया था. साल 2008 के मुंबई हमले में कई नागरिक मारे गए थे.

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