सब हेड - संडे को प्लेटफार्म नम्बर 2 पर चटकी पटरी से गुजार दी डेढ़ दर्जन से अधिक ट्रेनें

क्रॉसर

- क्या बड़ा हादसा कराकर ही मानेगा रेल प्रशासन

- 100 मीटर की पटरी पर 11 जगहों पर वेल्डिंग

BAREILLY:

बरेली जंक्शन पर भारतीय रेल वेल्डिंग के जुगाड़ से पटरियों पर दौड़ रही है। लापरवाही का आलम यह है कि प्लेटफॉर्म नंबर दो पर संडे को चटकी पटरी से डेढ़ दर्जन से अधिक ट्रेनें अधिकारियों ने गुजार दी। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के इंवेस्टीगेशन में यह सच सामने आया। इतना ही नहीं ट्रैक के 100 मीटर के दायरे में 11 जोड़ मिले, जिसे वेल्डिंग कर रोजाना हजारों यात्रियों की जिंदगी खतरे में डाली जा रही हैं।

कदम-कदम पर वेल्डिंग

नई पटरी बिछाने की बजाय अधिकारी जुगाड़ सिस्टम से काम चला रहे हैं। प्लेटफार्म नम्बर-2 की पटरी पर हर दस कदम की दूरी पर एक वेल्डिंग देखने को मिल जाएगी। चटकी पटरियों व वेल्डिंग के सहारे दौड़ रही ट्रेनें किसी भी पलट सकती हैं। 15 अप्रैल 2017 को रामपुर के पास राज्यरानी एक्सप्रेस के पलटने का कारण टूटी हुई पटरियां ही थी। जिस वजह से एक के बाद एक ट्रेन के 8 कोच पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में दो दर्जन से अधिक यात्रियों को चोटे आई थी। बावजूद इसके कमजोर हो चुकी पटरियों को लेकर रेलवे अफसर अलर्ट नहीं हो पा रहे हैं।

पटरियों की मरम्मत में ढिलाही

प्लेटफार्म नम्बर-2 की पटरी की मियाद दो वर्ष पूर्व ही खत्म हो चुकी है। जिसकी वजह से यह पटरी आए दिन चटक रही है। दो दिन पहले भी प्लेटफार्म नम्बर-2 की पटरी फ्रैक्चर हो हो गई थी, जिसके चलते ट्रेनें आउटर पर ही 1 घंटे से अधिक समय तक फंसी रहीं। वहीं संडे को भी पटरी फ्रैक्चर हो गई। फरक्का, राज्यरानी, हिमगिरि और श्रमजीवी सुपरफास्ट जैसी 18 ट्रेनें पटरी से गुजार दी गई। फिर भी फ्रैक्चर हुई पटरी की मरम्मत कराना अधिकारियों ने उचित समझा। लिहाजा, फ्रैक्चर हुई पटरी से ही ट्रेनों को गुजारने का सिलसिला चलता रहा।

एक दर्जन मामले

टेम्प्रेचर में हो रहे वैरिएशन पटरियों के चटकने का कारण बन रही है। टेम्प्रेचर का इफेक्ट सबसे अधिक मियाद खत्म हो चुके पटरियों पर देखने को मिल रहा है। जंक्शन, कैंट, नगरिया, मिलक, बंथरा सहित अन्य स्टेशनों के पास पिछले एक वीक में भी 1 दर्जन से अधिक पटरियों के चटकने का मामला सामने आ चुका है। बावजूद इसके रेलवे प्रशासन की नींद नहीं टूट रही है।

चटकी पटरी से गुजार दी यह ट्रेनें

- जननायक एक्सप्रेस।

- जनसेवा एक्सप्रेस।

- कुम्भ सुपरफास्ट।

- डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस।

- राज्यरानी सुपरफास्ट।

- गंगासतलज एक्सप्रेस।

- पंजाब मेल।

- जनता एक्सप्रेस।

- दून एक्सप्रेस।

- हिमगिरी सुपरफास्ट।

- जनसाधारण सुपरफास्ट।

- श्रमजीवी सुपरफास्ट।

- काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस।

- पदमावत एक्सप्रेस।

-मुरादाबाद-चंदासी पैसेंजर्स।

- फरक्का एक्सप्रेस।

- हिमाचल एक्सप्रेस।

- अवध-आसाम एक्सप्रेस।

चटकी पटरी से गुजरने पर खतरा

- ट्रेन के डिरेल होने की संभावना

- 1-1 फीट पर पटरी चटकी तो ट्रेन पलट सकती है।

- चेन पुलिंग या ब्रेक लगाने पर ट्रेन में बैठे यात्रियों को झटका लगना।

कब-कब चटकी पटरियां

5- नवम्बर

- जंक्शन प्लेटफार्म नम्बर 2 की पटरी चटकी

3 नवम्बर

- कैंट के पास अपलाइन की पटरी में फ्रैक्चर।

31 अक्टूबर

नगरिया सादात से मिलक और बंथरा से शाहजहांपुर के बीच तीन फ्रैक्चर और एक गैप पाया गया था।

30 अक्टूबर

- नकटिया से मिलक 1342/29 से 1342/31 के बीच अप लाइन का ट्रैक में फ्रैक्चर था।

- शहजादनगर से रामपुर स्टेशन के बीच भी पटरी के बीच बड़ा गैप।

- दलपतपुर से कटघर के बीच ट्रैक में फैक्चर मिला था।

बॉक्स

- 250 फ्रैक्चर वर्ष भर में रेल पटरियों पर होता हैं।

- 200 अधिक ट्रेनें बरेली से होकर गुजरती हैं।

- 100 वर्ष पुरानी बिछी है एनआर मुरादाबाद डिवीजन की लाइन।

- 15 हजार से अधिक यात्री रोजाना बरेली से करते हैं सफर।

- 15 वर्ष की होती है ट्रैक की मियाद।

- 10 के कॉशन से गुजारी जा रही है सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनें।

- 6 प्लेटफार्म हैं बरेली जंक्शन पर।

- 1, 2 और 4 नम्बर प्लेटफार्म की मियाद हो चुकी है खत्म।

कब बिछी कौन सी लाइन

वर्ष - प्लेटफार्म

1990 - 1

2000 - 2

2017 - 3

1970 - 4

2017 - 5

2017 - 6

पटरियों को जोड़ने के लिए वेल्डिंग किया गया है। वैसे भी प्लेटफार्म नम्बर 2 की पटरियों के बदलने जाने का काम होना हैं।

विनय सिंह, पीडब्ल्यूआई, रेलवे जंक्शन