ट्रेन आई और 20 मिनट तक रुकने के बाद चली भी गई। पर उन निगाहों की तलाश खत्म नहीं हुई। परेशान होकर इंक्वॉयरी ऑफिस पहुंचने पर उन्हें जो जानकारी मिली उससे उनकी जान में जान आई। दरअसल वेडनेसडे को झारखंड में ब्रह्मपुत्र मेल एक मालगाड़ी से टकरा गई थी। इस एक्सीडेंट की वजह से ट्रेन को दो भागों ‘ए’ और ‘बी’ में तोड़ दिया गया था।

AC-9 was damaged

ब्रह्मपुत्र मेल का एस-9 कोच डैमेज हुआ था, जिसकी वजह से ट्रेन के आगे वाली बोगियों को नई दिल्ली के लिए पहले रवाना कर दिया गया था। जबकि एस-9 कोच के बाद के  कोचों को दूसरे इंजन के साथ चलाया गया, जो दोपहर 12 बजे कानपुर सेंट्रल पहुंचे।

तीन दर्जन से ज्यादा ट्रेनें लेट

थर्सडे को भी तीन दर्जन से ज्यादा ट्रेनें लेट रहीं। ज्यादातर ट्रेंस झारखंड और दिबियापुर में हुए ट्रेन एक्सीडेंट्स और कोहरा पडऩे की वजह से लेट रहीं।