-आरोपी अरेस्ट, कत्ल में इस्तेमाल बांका बरामद

-लेनदेन के विवाद में की थी हत्या

LUCKNOW: गाजीपुर इलाके में बीते सोमवार को हुई बबिता की हत्या उसी के कथित बहनोई ने की थी। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए आरोपी बहनोई को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने लेनदेन के विवाद में हत्या करने की बात कबूल की है। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया बांका भी बरामद कर लिया है।

घर में मिली थी बॉडी

इंदिरानगर के मुंशी पुलिया इलाके में किराये के मकान में रहने वाली विधवा बबिता की बॉडी बीते फ्0 मार्च की सुबह उसके घर में पड़ी मिली थी। उसे धारदार हथियार से बेहद निर्मम ढंग से मौत के घाट उतारा गया था। सीओ गाजीपुर दिनेश पुरी के मुताबिक, जांच में जुटी पुलिस टीमों को छानबीन के दौरान पता चला कि इन्दिरानगर के तकरोही निवासी बबिता का मुंह बोले जीजा पेशे से प्रॉपर्टी डीलर उमेश से कुछ विवाद चल रहा था। जब पुलिस ने उमेश के मोबाइल फोन की सीडीआर खंगाली तो पता चला कि बबिता और उमेश के बीच काफी बातचीत होती थी। मोहल्ले में भी पता चला कि उमेश उसके घर अक्सर आता-जाता था। शक होने पर पुलिस ने उमेश को कस्टडी में लेकर पूछताछ शुरू की। शुरुआत में वह पुलिस को बरगलाता रहा लेकिन, सख्त पूछताछ में वह टूट गया।

ब् लाख रुपये का था विवाद

पूछताछ के दौरान उमेश ने बताया कि वह कई सालों से बबिता के संपर्क में था। बबिता के मृतक पति से उसने ब् लाख रुपये उधार लिए थे। बबिता कुछ दिन से उससे रुपये की मांग कर रही थी। उमेश बबिता के रुपये वापस करने में आनकानी कर रहा था। बीती ख्8 मार्च की रात को भी बबिता और उमेश के बीच इस बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद के दौरान बबिता ने उमेश को धमकी दी कि अगर वह रुपये वापस नहीं करता तो वह पुलिस में इसकी शिकायत करेगी। जिसके बाद उमेश ने उसे ही रास्ते से हटाने की योजना बनाई और बांके से वारकर बबिता की हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद वह मौके से फरार हो गया। उमेश के कबूलनामे के बाद पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर बबिता के घर के पास स्थित नाले से हत्या में इस्तेमाल बांका बरामद किया है। पुलिस ने उसके पास से बबिता का मोबाइल फोन भी बरामद किया है।

बबिता ने की थी दूसरी शादी

बबिता के पहले पति प्रियांक अग्रवाल की तीन वर्ष पूर्व सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद से वह इंदिरानगर में किराये के मकान में रहती थी। एक वर्ष पहले बबिता ने सीतापुर निवासी ठेकेदार राम मोहन वर्मा से मंदिर में शादी की थी। राम मोहन के अनुसार वह अक्सर बाहर रहता था और महीने में एकाध बार ही आ पाता था।

दूसरे पति से भी लिए थे एक लाख रुपए

बबिता के दूसरे पति राम मोहन से भी उमेश ने एक लाख रुपए उधार लिये थे। कुछ दिनों से बबिता अपना सारा रुपए उमेश से वापस मांग रही थी। पर, उमेश अपनी तंगहाली का हवाला देते हुए रुपये देने में आनाकानी कर रहा था। जिसके बाद उन दोनों के बीच विवाद बढ़ गया।