RANCHI : आपको पता हो या ना हो, लेकिन आपकी गाड़ी अब बीएस-फोर इंधन से दौड़ रही है। एक अप्रैल से बीएस-थ्री वाहनों की बिक्री व रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाए जाने के बाद से ही राजधानी के तमाम पेट्रोल पंपों पर अब बीएस-फोर पेट्रोल व डीजल मिल रहे हैं। ऐसे में आपकी गाड़ी भले भी बीएस-थ्री है, लेकिन उसमें आप बीएस-फोर पेट्रोल भरवा रहे हैं। हालांकि, इसके लिए आपको कोई अतिरिक्त मूल्य नहीं चुकाना पड़ रहा है।

मूल्य में नहीं है अंतर

इंडियन ऑयल के रिजनल मैनेजर श्यामल देवनाथ के मुताबिक, सभी डिपो में एक अप्रैल से ही बीएस-फोर स्टैंडर्ड का पेट्रोल-डीजल आ रहा है। यही इंधन तमाम पेट्रोल पंपों में बिक्री के लिए सप्लाई की जा रही है। हालांकि, इसके लिए ग्राहकों को ज्यादा जेब ढीली नहीं करनी पड़ेगी, क्योंकि इस इंधन के दाम में किसी तरह का इजाफा नहीं किया गया है। पहले जिस मूल्य पर पेट्रोल-डीजल मिल रहा था, उसी रेट पर यह भी तमाम पेट्रोल पंपों पर उपलब्ध है।

इंजन को नुकसान नहीं

ऑयल कंपनियों के अधिकारियों के मुताबिक, बीएस-थ्री वाहनों में बीएस-फोर इंधन के इस्तेमाल से गाडि़यों के इंजन को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। बल्कि, इस इंधन के इस्तेमाल से गाड़ी की लाइफ और बढ़ जाएगी। ऐसे में लोगों को इस बात को लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है कि बीएस-थ्री वाहनों में बीएस-फोर इंधन के इस्तेमाल से उनकी गाड़ी को किसी तरह का नुकसान पहुंच सकता है। वे बिना किसी शंका के अपनी गाडि़यों में बीएस फोर पेट्रोल अथवा डीजल भरा सकते हैं।

कम है सल्फर का मात्रा, पॉल्यूशन कम होगा

बीएस- थ्री अथवा फोर वाहनों में बीएस-फोर इंधन के इस्तेमाल से इंजन की लाइफ तो बढ़ेगी ही, मेंटनेंस चार्ज भी कम हो जाएगा। सबसे बड़ी बात है कि इस इंधन में सल्फर की मात्रा अब मात्र 50 पीपीएम ही है, जबकि पहले यह 250.350 पीपीएम कंटेंट होता था। ऐसे में इंधन में सल्फर की मात्रा कम होने से वाहनों से निकलने वाले पॉल्यूशन को रोकने में भी मदद मिलेगी। ऐसे में लोगों को चाहिए कि उनके पास भले ही बीएस-थ्री वाहन हो, वे बीएस फोर इंधन का इस्तेमाल करें, जो उनकी गाड़ी के साथ-साथ एन्वायरमेंट के हित में भी है।