BAREILLY:

बीएसएनएल के उपभोक्ताओं को पुअर नेटवर्क की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा। नेटवर्क को स्ट्रांग करने के लिए इस तरह की तमाम प्रॉब्लम्स से निपटने के लिए अधिकारियों ने कवायद शुरू कर दी है। यह सब विभाग द्वारा इंटरप्राइजेज रिसोर्स प्लॉनिंग (ईआरपी)के तहत होगा। यानि, अब आप अपनों के साथ बिना किसी बाधा के बात कर सकेंगे। यही नहीं बाकी चीजों की मॉनीटरिंग भी विभाग के अधिकारी एक जगह बैठे-बैठे कर सकेंगे।

 

90 फीसदी काम पूरा

ईआरपी प्रोजेक्ट के अंतर्गत विभाग के सभी एक्सचेंज व बीटीएस को ऑनलाइन जोड़ने का काम होगा। विभाग के 76 एक्सचेंज और 130 बीटीएस है। यही नहीं सारे रिकॉर्ड का डाटा सॉफ्टवेयर में फीड किए जाने का काम तेजी से किया जा रहा है। इस काम का जिम्मा विभाग ने एक प्राइवेट कंपनी को सौंप रखा है। एचसीएल नाम की इस कंपनी ने 90 फीसदी काम पूरा भी कर लिया है।

 

मिलेगा फायदा

बीटीएस और एक्सचेंज में किसी भी प्रकार की खराबी आने पर इसकी जानकारी तुरंत अधिकारियों को मिल जाएगी। किस चीज में कहां खराबी आई इसे भी ट्रेस करना आसान होगा। इससे एक फायदा यह होगा की समस्याओं का समाधान तुरंत हो सकेगा। फिलहाल विभाग के मैक्सिमम काम मैनुअली ही होते है। जिसकी वजह से कोई समस्या उत्पन्न होने पर उसे निदान में काफी वक्त लग जाता है।

 

 

कम्युनिकेशन सिस्टम को स्ट्रांग करने का काम किया जा रहा है। इससे उपभोक्ताओं को काफी बेहतर सर्विस मिल सकेगी।

चरण सिंह, जीएम बीएसएनएल