- बसपा ने अपना ट्विटर हैंडिल होने से किया इंकार, अचानक गायब हुआ हैंडिल

- पोस्टर जारी होने के बाद भाजपा आक्रामक, केशव मौर्या ने बताया नाटक

- बसपा सुप्रीमो मायावती ने दी सफाई, पार्टी नहीं करती सोशल मीडिया का इस्तेमाल

LUCKNOW :

सियासत में पोस्टर, बैनर, नारों का क्या महत्व होता है, यह बीते चौबीस घंटे के दौरान लोगों को देखने को मिला। पटना में लालू यादव की रैली से ठीक पहले संडे को बसपा के ऑफिशियल ट्विटर हैंडिल पर अपलोड किए गये एक पोस्टर ने सियासी सरगर्मियां बढ़ा दी तो बसपा को इसे लेकर अपनी सफाई देनी पड़ गयी। सोमवार दोपहर तक यह हैंडिल सस्पेंड हो गया जिसे लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने खूब खिंचाई की। भारतीय जनता पार्टी ने इस मुद्दे को भुनाने में कसर नहीं छोड़ी तो बाकी विपक्षी दलों को चुप्पी साध लेने का रास्ता ही पसंद आया। भाजपा का रास्ता रोकने को बन रहे महागठबंधन को लेकर जारी इस पोस्टर ने सियासी खलबली मचा दी।

पोस्टर में कद को लेकर मचा बवाल

दरअसल ट्विटर पर बहुजन समाज पार्टी के वैरीफाइड हैंडिल पर रविवार को एक पोस्टर अपलोड किया गया जिसमें सामाजिक न्याय के लिए विपक्ष एक हो की अपील के साथ पोस्टर में बसपा सुप्रीमो मायावती की आदमकद फोटो लगी थी। साथ ही पूर्व सीएम एवं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, लालू यादव, तेजस्वी यादव, शरद यादव, ममता बनर्जी और सोनिया गांधी की फोटो थी। यह पोस्टर कुछ घंटों के भीतर तेजी से वायरल होने लगा तो तमाम राजनेताओं की नजरें भी इस पर पड़ी। इसके बाद पोस्टर को लेकर प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया। इसे महागठबंधन में मायावती के सियासी कद से आंका जाने लगा। पोस्टर में राहुल गांधी की फोटो न होने पर भाजपा विधायक डॉ। राधामोहन दास अग्रवाल चुटकी लेने से पीछे नहीं हटे तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने इसे नाटक करार दे डाला।

बसपा ने दी सफाई

वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस घटनाक्रम के बाद दावा किया कि उनकी पार्टी का कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है, इसलिए ट्विटर के माध्यम से जारी किए पोस्टर के संबंध में प्रकाशित व प्रचारित की जाने वाली खबरें गलत व मिथ्या प्रचार हैं। बसपा विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात देश के सामने रखने के लिए लगातार खास तौर पर हिंदी में अपने प्रेस नोट जारी करती रहती है। जबकि ट्विटर पर यह सुविधा नहीं है। उन्होंने इसे किसी की शरारतपूर्ण हरकत करार दिया। वहीं इस बयान के जारी होने के थोड़ी देर बाद ही बसपा का ट्विटर हैंडिल सस्पेंड हो गया। मायावती ने पटना रैली में जाने से भी इंकार कर दिया। चर्चा यह भी रही कि इस हैंडिल के पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के करीबी रिश्तेदार संचालित कर रहे थे। इसी वजह से इसे ट्विटर ने वैरीफाई भी किया था।

अखिलेश करेंगे रैली को संबोधित

वहीं अखिलेश यादव ने आगामी 27 अगस्त को पटना में होने वाली रैली में शामिल होने का एलान किया है। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव 27 अगस्त को बिहार के दौरे पर रहेंगे जहां पटना के गांधी मैदान में आयोजित 'भाजपा भगाओ, देश बचाओ' रैली को संबोधित करेंगे।

यूं आई प्रतिक्रियाएं

अरे बहन जी की फोटो साइज तो कम से कम अखिलेश जी के फोटो के बराबर कर लीजिए, प्रथम ग्रासे मक्छिकापात्रमम!

राधामोहन दास अग्रवाल

विधायक

बसपा का ट्वीट घबराहट का नतीजा है। भ्रष्टाचार जातिवाद गुंडागर्दी की राजनीति को जनता का पूर्ण विराम है इस कारण एक होने का नाटक कर रहे हैं।

केशव प्रसाद मौर्या, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा