निरस्त की गयी बीटीसी 2015 परीक्षा की नई तिथियां घोषित

तीन नवम्बर से होगी बीटीसी 2016 के चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं

ALLAHABAD: सूबे में होने वाली यूपी शिक्षक पात्रता 2018 के आयोजन की तिथि बदल गई है। शुक्रवार को शासन स्तर पर मीटिंग बाद टीईटी के आयोजन समेत कई अहम मामलों पर फैसले लिए गए। टीईटी 4 नवम्बर के स्थान पर 18 नवम्बर को कराने का फैसला लिया गया। साथ ही कौशांबी में बीटीसी 2015 चतुर्थ सेमेस्टर का पर्चा लीक होने से निरस्त की गई परीक्षा की तिथि भी शासन की ओर से घोषित कर दी गई। बीटीसी चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा अब तीन नवम्बर से होगी। दोनों ही परीक्षा का रिजल्ट 18 दिसंबर तक घोषित किए जाने का निर्णय भी लिया गया है।

6 जनवरी को शिक्षक भर्ती परीक्षा

बेसिक शिक्षा विभाग की परीक्षाओं में कई तरह की गड़बडि़यां सामने आने और बीटीसी का पेपर लीक होने से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी झेल रहे अधिकारियों के लिए शुक्रवार का दिन बेहद अहम था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आलाधिकारियों के साथ अहम मीटिंग की। मुख्य सचिव डॉ.अनूप चंद्र पांडेय, अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा डॉ.प्रभात कुमार, बेसिक शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस व एसटीएफ के अधिकारी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने परिषदीय स्कूलों में टीचर्स की कमी को शीघ्र दूर करने और शिक्षा व्यवस्था सुधारने के कड़े निर्देश दिए। इस दौरान बीटीसी 2015 चौथे सेमेस्टर की 8, 9, व 10 अक्टूबर होने वाली परीक्षा में पेपर आउट होने से उसे निरस्त किया गया था। उस पर भी चर्चा हुई। जिस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ चर्चा करने के बाद सभी मामलों में समय सारिणी निर्धारित करने का निर्देश दिया। जिसके बाद बीटीसी 2015 चौथे सेमेस्टर, टीईटी 2018 के साथ ही परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापकों की भर्ती के दूसरे चरण के लिए शिक्षक भर्ती की तिथि भी घोषित की गई। शिक्षक भर्ती लिखित परीक्षा अब छह जनवरी को होगी। भर्ती परीक्षा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 11 से 25 दिसंबर तक होगा।

बदलेगा शिक्षक भर्ती परीक्षा का पैटर्न

मीटिंग में शिक्षक भर्ती परीक्षा का पैटर्न बदलने पर भी चर्चा हुई। जिसके बाद जनवरी में होने वाली 68500 सहायक अध्यापकों की भर्ती के दूसरे चरण के लिए छह जनवरी को आयोजित की जाने वाली शिक्षक भर्ती परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया जाएगा। जनवरी माह में होने वाली परीक्षा में लघु प्रश्नों को समाप्त कर दिया गया है। परीक्षा में सिर्फ आप्शनल प्रश्न ही पूछे जाएंगे। परीक्षा ओएमआर पर आधारित होगी। जिससे परीक्षा के मूल्यांकन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोका जा सके।