निर्माण कार्यो में फर्जी तरीके से हो रहा था भुगतान

 

भाई से मिलने गए थे तारा टॉवर

पाटलीपुत्रा के जीडी मिश्रा रोड़ के रहने वाले सुधीर कुमार सिन्हा रोड़ स्वास्थ्य पथ निरीक्षण अभियंत्रण विभाग में चीफ इंजीनियर के पद पर भागलपुर में तैनात थे। दो दिन पूर्व ही अपने घर आए हुए थे। शास्त्री नगर के तारा टावर में सुधीर के भाई अनिल कुमार सिन्हा रहते हैं। मंगलवार को भी वह अपने भाई से मिलने तारा टॉवर गए थे। तभी सुधीर ने टावर से कूदकर आत्महत्या कर ली।

 

 

गिरते ही गई मौत

तारा टॉवर जाने के बाद सुधीर अपने भाई के अपार्टमेंट नहीं गए। वह टावर की चौथी मंजिल पर पहुंचे और वहीं से अचानक छलांग लगा दी। ग्राउंड फ्लोर पर मौजूद लोगों ने किसी के कूदने की आवाज सुनी तो लोग उसी ओर दौड़े। लेकिन छलांग लगाने वाले युवक की सिर फटने से तत्काल मौके पर ही मौत हो गई।

 

परिजनों का है बुरा हाल

सुधीर की मौत की सूचना मिलते ही उनके परिवार में हड़कंप मच गया। मृतक के परिवार में उनकी पत्नी अनीता और एक बेटा अर्चित है। पत्नी अनीता का कहना है कि वह आत्महत्या नहीं कर सकते हैं। इधर कुछ दिनों से परेशान चल रहे थे। पत्‌नी और बेटे का रोककर बुरा हाल है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले को लेकर गभ्ाीरता से जांच पड़ताल करने में जुटी है।

 

फर्जी तरीके से निकाला जा रहा था सरकारी धन

बताया जाता है कि भागलपुर में तैनात होने के बाद मृतक सुधीर कुमार पर विभागीय अधिकारियों द्वारा गलत तरीके से निर्माण कार्य कराएं जाने को लेकर दबाव बनाया जाता रहा है। कई निर्माणाधीन कार्यो में फर्जी तरीके से साइन कराकर पैसे निकाल लेने जैसे कई प्रकरणों के आने के बाद चीफ इंजीनियर होने के नाते सुधीर परेशान थे। कई बार इसकी शिकायत मृतक ने विभागीय अधिकारियों से की थी। लेकिन शिकायत के नाम पर सुधीर को ट्रांसफर का झुनझुना थमा दिया जाता रहा है। बताया यह भी जा रहा है कि जब सुधीर ने मामले में कड़ा रुख अख्तियार किया तो उनके तबादले की बात कही जा रही है। लेकिन हकीकत तो जांच के बाद ही पता चलेगी।