- 3 से 4 दिन में ही 30 फीसदी तक बढ़े मौरंग गिट्टी के भाव, सीमेंट की भी किल्लत
KANPUR: पहले बारिश के चलते खनन बंद होने से मौरंग के रेट बढ़े अब ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल के असर ने घर बनाने की लागत को बढ़ा दिया है। पिछले हफ्ते शुरू हुए ट्रांसपोर्टर्स के बेमियादी चक्काजाम से मौरंग, गिट्टी और सीमेंट की शहर में किल्लत हो गई है। जिसका असर इनकी कीमत पर भी दिखने लगा है। एक हफ्ते के भीतर ही मौरंग व गिट्टी के रेट में 30 फीसदी तक का इजाफा हो गया है। जिसके चलते कई लोगों निर्माण कार्य रोक दिया तो कइयों ने कंस्ट्रक्शन शुरू कराने का इरादा फिलहाल टाल दिया है।
सीमेंट की किल्लत का प्रोजेक्ट पर असर
शहर के सीपीसी माल गोदाम में ही सीमेंट लदी कई रैक खड़ी है,लेकिन ट्रांसपोर्टर्स की स्ट्राइक की वजह से माल लोड ही नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा मध्य प्रदेश के सीमेंट प्लांट्स से भी ट्रक नहीं आ पा रहे हैं। जिसकी वजह से सीमेंट की किल्लत होने लगी है। इसका असर आम पब्लिक के साथ ही सरकारी प्रोजेक्ट्स पर भी पड़ सकता है। मौरंग की सप्लाई नहीं होने से पहले से ही कंस्ट्रक्शन की रफ्तार धीमी पड़ी है। वहीं कई प्रोजेक्ट की कॉस्ट भी बढ़ सकती है।
फैक्ट फाइल-
- 4500 मौरंग गिट्टी के ट्रकों की वाया कानपुर से होती है सप्लाई पूरे प्रदेश में
- 1 हजार ट्रक डेली मौरंग गिट्टी की आवक कानपुर में खनन बंद होने से पहले
- 400 ट्रक तक सीमित हुई मौरंग गिट्टी की शहर में आवक खनन बंद होने के बाद
- 100 ट्रक भी नहीं आ पा रही मौरंग, गिट्टी ट्रांसपोर्टर्स की स्ट्राइक होने के बाद
- 8.30 लाख बोरियां सीमेंट की उठान न होने से सीपीसी माल गोदाम में डंप
- 2000 हजार ट्रक ट्रांसपोर्टर्स के सतना, कटनी, मैहर में सीमेंट प्लांटों पर रुके
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कीमतों पर असर इस तरह समझे-
मंडी में 100 फिट नार्मल मौरंग के रेट मौजूदा रेट - 6500 रुपए
मंडी में महीन मौरंग 100 फीट के रेट- 8000 रुपए
एक हफ्ते पहले नार्मल मौरंग के रेट - 5500 रुपए
एक हफ्ते पहले महीन मौरंग के रेट- 7000 रुपए
मंडी में 100 फीट गिट्टी के मौजूदा रेट- 5 हजार रुपए
एक हफ्ते पहले 100 फीट गिट्टी के रेट- 4500 रुपए
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वर्जन-
खनन की वजह से पहले से ही मौरंग की सप्लाई कम हो गई थी। अब चक्काजाम का भी हम समर्थन कर रहे हैं। ऐसे में मौरंग की कीमतों में बदलाव हुआ है। शहर में मौरंग की सप्लाई 80 फीसदी तक कम हाे गई है।
-दीप अवस्थी, प्रदेश अध्यक्ष, यूपी मौरंग गिट्टी एसोसिएशन
मौरंग की सप्लाई तो पहले से ही कम थी अब सीमेंट की जरूरत दिक्कत हो रही है। सीपीसी माल गोदाम में हमारी सीमेंट हैं,लेकिन ट्रांसपोर्टर्स व लोडर वाले माल ही नहीं उठा रहे।
- दीपू जायसवाल, बिल्डिंग मैटेरियल कारोबारी
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