RANCHI:चैंबर ऑफ कॉमर्स की पेट्रोलियम कमेटी के चेयरमैन रवि भट्ट का कहना है कि प्रशासन न तो उन्हें हथियार के लाइसेंस दे रही न ही सुरक्षा। जबकि डीजीपी ने व्यवसायियों पर लगातार हो रहे हमले के मद्देनजर उन्हें हथियारों का लाइसेंस देने का आश्वासन दिया है।

मालूम हो कि तीन महीने में बुधवार को आठवां पेट्रोल पंप अपराधियों के निशाने पर रहा। पेट्रोल पंप के ओनर को लूटा तो गया ही साथ ही उनकी हत्या भी कर दी गई।

लौटाए जा रहे व्यवसायियों के लाइसेंस

रवि भटट ने बताया कि सुरक्षा के लिए जिन-जिन व्यवसायियों ने लाइसेंस के लिए अप्लाई किया है। उनके आवेदन पुन: थाने को लौटा दिए जा रहे हैं। इससे व्यवसायियों में आक्रोश है। कहा गया कि जिन लोगों को हथियार का लाइसेंस चाहिए वे अपना क्राइटेरिया फुल फिल करते हैं या नहीं। इसकी जांच होगी। थाना स्तर से फिर आवेदनकर्ता को बुलाने का निर्देश दिया है, ताकि जिन बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई है, उसे फुलफिल किया जा सके।

क्या कहते हैं ग्रामीण एसपी

पहचान लिये जाने के भय से हुई हत्या

वीरेंद्र सिंह की हत्या उस समय हुई, जब वे पेट्रोल पंप का पैसा लेकर स्टेट बैंक में जमा करने के लिए जा रहे थे। घटनास्थल उनके पेट्रोल पंप से एक किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है। आशंका जताई जा रही है कि लूटपाट के बाद पहचान लिए जाने के बाद उनकी हत्या कर दी गई होगी। वैसे पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

-राजकुमार लकड़ा, ग्रामीण एसपी, रांची

क्या कहते हैं वकील

हत्यारों की तुरंत गिरफ्तारी हो

रांची में करीब तीन हजार वकील हैं, जो प्रैक्टिस करते हैं। सभी अलग-अलग केस भी लड़ते हैं। कोई भी वकील समाज के लिए ही काम करता है। इसके बावजूद अगर इस तरह की घटना होती है, तो काफी निंदनीय है। आपसी विवाद या कुछ भी कहना मुश्किल है।

ओमप्रकाश पांडेय, एडवोकेट