- सिटी के पांच हजार सर्राफा व्यापारियों ने रखा बंद

- सांसद को सौंपा मांग-पत्र, कहा, तुरंत वापस हो ये कानून

- सांसद ने वित्त मंत्री से समक्ष मांग रखने का दिया आश्वासन

Meerut : एक लाख रुपए से अधिक का गोल्ड खरीदने पर पैन कार्ड की अनिवार्यता को लेकर शुक्रवार मेरठ के ज्वेलर्स ने व्यापार पूरी तरह बंद रखा। व्यापारियों ने सांसद को अपना मांग पत्र में साफ कहा कि हम इस व्यवस्था के विरोध में नहीं है। केंद्र सरकार की मंशा का भी हम सम्मान करते हैं। इस व्यवस्था को एकदम से लागू करने का कोई औचित्य नहीं है। साथ ही सांसद के सामने जो तर्क रखे गए उन्हें सांसद ने भी माना।

इनके पास नहीं होते हैं पैन कार्ड

सर्राफा व्यापारियों ने अपने तर्क में कहा कि पैन कार्ड की अनिवार्यता तो कर दी गई, लेकिन सरकार ने कभी इस बारे में सोचा कि क्या इस देश में सभी के पास पैन कार्ड बने भी हुए है या नहीं। मेरठ ही नहीं पूरे देश की बात करें तो किसी भी किसान के पास पैन कार्ड नहीं बना होगा। घरों में रहने वाली कई ग्रहणी के पास पैन कार्ड नहीं होता है। साथ कई ऐसे लोग होते हैं तो टैक्स के दायरे में आते ही नहीं, तिनका-तिनका जोड़कर अपने बच्चों की शादी के लिए ज्वेलरी खरीदते हैं। उनके पैन कार्ड बने हुए नहीं होते हैं। ऐसे में वो कभी कोई ज्वेलरी कभी खरीद ही नहीं पाएंगे।

तो मिलेगा ब्लैक मनी को बढ़ावा

मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि जिनके पास पैन कार्ड नहीं होगा वो बिना बिल के ही सामान खरीदेंगे। इससे सरकार को राजस्व की हानि होगी ही साथ ही ब्लैकमनी को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि हम लोग मान लें कि कोई भी दुकानदार बिना पैन कार्ड के किसी को सामान नहीं देगा। तो खरीदार किसी दूसरी दुकान से वो ही सामान बिना पैन कार्ड के ले लेगा। फिर वो दुकानदार भी दूसरे ग्राहक को पैन कार्ड न होने के बाद भी सामान बेच देगा।

दस फीसदी के पास भी नहीं पैन

अगर जिले की आबादी की बात करें तो करीब फ्भ् लाख है। सिटी की आबादी करीब ख्भ् लाख है। मुकाबले में पैन कार्ड दस फीसदी के लोगों के पास भी नहीं बने हुए हैं। मीनाक्षी ज्वेलर्स के रामकिशोर सर्राफ ने बताया कि पूरे देश में सिर्फ क्क् फीसदी लोगों के पास पैन कार्ड नहीं है। जबकि मेरठ डिस्ट्रिक्ट में ये आंकड़ा क्0 फीसदी भी नहीं छू पाया है। ऐसे में इस नियम को लागू करने का कोई औचित्य है। पैन कार्ड के बारे में इसमें डील करने वाली फर्म से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जिले में फ् लाख भी पैन कार्ड धारक नहीं होंगे।

तो ऐसे करें लागू नियम

सर्राफा व्यापारियों का कहना है कि सरकार की मंशा पर हमारा कोई शक नहीं है। न ही सरकार पर से हमारा किसी तरह का कोई विश्वास डगमगाया है। लेकिन इस तरह की नीति व्यापारी और आम जनता को दोनों के लिए ही कष्टदायक होगी। इसे चरणबद्ध तरीके से ही लागू किया जाए। पांच लाख की जगह चार लाख, फिर तीन उसके दो, इसी तरह से लागू करें। एक दम से एक लाख करना किसी भी सेक्शन के साथ इंसाफ नहीं होगा।

सांसद ने दिया आश्वासन

सरकार ने ये नियम कालेधन को रोकने के लिए बनाया है। साथ ही गरीबों को राहत देने के लिए रेवेन्यू जेनरेशन के का जरिया भी है। अगर देश में रेवेन्यू की बात करें तो क्ख्.ख्भ् लाख करोड़ रुपए है। क्.ख्भ् लाख करोड़ रुपए ब्याज में चले जाते हैं। उसके बाद 8.7भ् लाख करोड़ रुपए में पूरे देश का खर्चा मेडिकल, रक्षा, इंफ्रस्ट्रक्चर आदि में चला जाता है। फिर भी सर्राफा व्यापारियों की डिमांड पूरी तरह से ठीक है। इस बारे में वित्त मंत्री से बात की जाएगी।

पैन के लिए लगाए जाएंगे कैंप

उन्होंने पैन कार्ड धारकों की कमी के बारे में भी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा ये काफी गंभीर विषय है। देश में पैन कार्ड धारकों की संख्या बढ़ाने के लिए विशेष कैंप लगाने के लिए वित्त मंत्री से बात करूंगा और हो सकेगा तो ये कैंप पूरे देश में जल्द से जल्द लगेंगे। जब तक पैन कार्ड नहीं बनेंगे तब तक कोई भी इनकम टैक्स के दायरे में कैसे आएगा।

बॉक्स

सिटी की दुकानें रहीं बंद

अगर बात बंद की करें तो सदर सर्राफा बाजार, आबूलेन, शहर सर्राफा बाजार, नील गली, कच्ची सराय, कंकरखेड़ा, मलियाना, भगत सिंह मार्केट, शास्त्रीनगर आदि कई मार्केट पूरी तरह से बंद रहीं। सर्राफा व्यापार एसोसिएशन के महामंत्री दिनेश रस्तोगी ने बताया कि करीब पांच हजार दुकानें पूरी तरह से बंद रही। अगर बात नुकसान की करें तो वीकेंड की शुरूआत होने के नाते करीब क्भ् करोड़ रुपए है।

सांसद का वर्जन

ज्वेलर्स की मांगें पूरी तरह से जायज है। इस बारे में मैं वित्त मंत्री से बात करूंगा। पैन कार्ड धारकों की संख्या बढ़वाने के लिए कैंप लगवाने की बात भी वित्त मंत्री से की जाएगी।

- राजेंद्र अग्रवाल, सांसद

ज्वेलर्स वर्जन

सरकार को नियम लागू करना भी है तो चरणबद्ध तरीके से करें। एकदम से एक लाख रुपए तक पैन की अनिवार्यता पब्लिक और ज्वेलर्स को परेशान करेगी।

- रविप्रकाश अग्रवाल, अध्यक्ष, बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन

अगर बात जिले की ही करें तो क्0 फीसदी लोगों के पास पैन कार्ड नहीं हैं। ऐसे में 90 फीसदी से ज्यादा लोग गोल्ड खरीद ही नहीं पाएंगे।

- सर्वेश सर्राफ, संगठन मंत्री, यूपी सर्राफा एसोसिएशन

इस नियम को लागू करने के बाद कोई भी बिल से ज्वेलरी नहीं खरीदेगा। जिससे राजस्व की हानि होगी और सरकार को भी काफी नुकसान होगा।

- संदीप अग्रवाल, महामंत्री, सर्राफा व्यापार संघ

ये कानून बिल्कुल भी प्रैक्टिकल नहीं है। ऐसे हमारा पूरा व्यापार ठप हो जाएगा। इसे चरणबद्ध तरीके से लागू करना चाहिए।

- राजकुमार भारद्वाज, अध्यक्ष, सर्राफा व्यापार एसोसिएशन

पहले से ही क्0 फीसदी की इंपोर्ट ड्यूटी लगाकर ब्लैक के सोने की आवाजाही को बढ़ावा दे दिया गया है। एक लाख की गोल्ड की खरीदारी पर पैन का अनिवार्यता लगाकर ब्लैक मनी को बढ़ावा मिलेगा।

- दिनेश रस्तोगी, महामंत्री, सर्राफा व्यापार एसोसिएशन

अभी तक सभी लोगों के पैन कार्ड तक नहीं बने हुए हैं। जब तक भ्0 फीसदी लोगों के पैन कार्ड नहीं बन जाते हैं। तब इसकी अनिवार्यता को लागू नहीं किया जाना चाहिए।

- विमल जैन, ऑनर, विमल जी ज्वैलर्स

देश में सिर्फ क्क् फीसदी लोगों के पास ही पैन कार्ड बने हुए हैं। अगर मेरठ की बात करें तो क्0 फीसदी के भी नहीं। ऐसे में कितने लोग गोल्ड खरीद पाएंगे।

- रामकिशोर, ऑनर, मीनाक्षी ज्वेलर्स