यह था मामला

एक ओर शहर में बसंत पंचमी मनाई जा रही थी वहीं दूसरी तरफ गौकशी करने वाले गौवंश चुराकर भाग रहे थे। ये गौवंश रजबन के जुबलीगंज इलाके में रहने वाले श्रीकिशन पंडित चोरी किए गए थे। सूचना मिली की कुछ लोग बछियों को कार में लादकर ले जा रहे हैं। लोग अभी बछियों को खोज ही रहे थे कि पता चला बड़ा बाजार में एक कार खड़ी है। जिसे कुछ लोग स्टार्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। जैसे ही पब्लिक उस तरफ आई तो गौ तस्कर कार को लॉक करके भाग निकले।

ऐसे पता चला

कार में बांध कर डाली गई एक बछिया का पैर स्टेयरिंग में फंस गया। जिससे कार का हॉर्न बजने लगा। बंद कार से हार्न की आवाज सुनकर क्षेत्र के लोगों को शक हुआ और उन्होंने कार के अंदर झांककर देखा। कार के अंदर का नजारा देखकर लोग पूरा माजरा समझ गए। इसके साथ ही इलाके के लोगों ने कार के शीशे और दरवाजे तोड़कर तीनों बछियों को मुक्त कराया। बछिया भागकर अपने मालिक के घर जा पहुंची और धीरे-धीरे कार के पास लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई।

जला डाली कार

पब्लिक ने आए दिन गौवंश चोरी की घटनाओं को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। जैसे ही सदर थाना पुलिस को सूचना मिली तो एक दरोगा मौके पर पहुंचा। जहां उसने पब्लिक को ही हड़काना शुरू कर दिया। जिस पर पब्लिक भड़क गई। दरोगा को खरी खोटी सुनाते हुए उसके ही सामने कार में जमकर तोडफ़ोड़ की। इसके साथ ही कार में आग भी लगा दी। आग की जानकारी फायर ब्रिगेड को दी गई। फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची तब तक कार पूरी तरह जल चुकी थी। इस मामले के बाद से पब्लिक में पुलिस के प्रति काफी आक्रोश है।