CHAKRADHARPUR: शनिवार को खूंटी के चलमा गांव से शादी के बाद लौट रही बरातियों से भरी दुल्हन बस (ओआर 14 के 1774) दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बस में सवार दो दर्जन से भी अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हंसी-खुशी बरात से लौट रहे लोगों ने ऐसा भयावह हादसे की कल्पना भी नहीं की होगी। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को सोनुवा के सेगईसाई गांव से बरात खूंटी के चलमा गांव गई थी। वापसी के क्रम में एनएच-75 में टेबो घाटी में मुरकुबेड़ा पुल के पास हादसा हुआ। पुलिया के ठोकर में ज्याद स्पीड होने के कारण बस को जोरदार झटका लगा और स्टेय¨रग फेल हो गई, जिससे बस पलट गई। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई। हादसे की खबर तेजी से फैली और मदद को सभी घाटी की ओर दौड़े। चक्रधरपुर पुलिस ने नगर परिषद से जेसीबी भिजवाया। एंबुलेंस भी भेजे गए। इंस्पेक्टर अंजनी कुमार, कराईकेला थाना प्रभारी गौतम कुमार, अवर निरीक्षक मधेश्वर राय, टेबो थाना प्रभारी नितिश कुमार सिंह सदलबल घटनास्थल पहुंचे और राहत कार्य में जुट गए। पुलिस के वाहन से भी यात्रियों को अनुमंडल अस्पताल चक्रधपुर लाया गया। यहां हादसे की सूचना मिलते ही मेडिकल टीम पूरी तैयारी में रही। घायलों के पहुंचते ही स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही शहरवासियों ने बड़ी तत्परता से वाहनों से उतारने, बेड तक ले जाने, ड्रे¨सग, उपचार कराने में मदद की। गंभीर रूप से घायल लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद रेफर किया गया। छह लोग बेहतर इलाज के लिए टीएमएच जमशेदपुर रेफर किए गए। जबकि पांच लोग सदर अस्पताल चाईबासा रेफर किए गए।

अधिकारी, विधायक भी पहुंचे

हादसे की जानकारी मिलने के बाद अनुमंडल पदाधिकारी प्रदीप प्रसाद, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सकलदेव राम, सीआरपीएफ कमांडेंट पीसी गुप्ता भी अनुमंडल अस्पताल चक्रधरपुर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। विधायक शशिभूषण सामड, मनोहरपुर की विधायक जोबा माझी, पूर्व विधायक गुरूचरण नायक, नगर परिषद चक्रधरपुर के अध्यक्ष केडी साह भी अस्पताल पहुंचकर मरीजों की सुध ली। अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर आरएन सोरेन, डॉक्टर पी प्रधान, डॉक्टर जीतलाल समेत मेडिकल स्टाफ मरीजों की सेवा में तत्पर दिखे।

घायलों की मदद की

इस हादसे के बाद चक्रधरपुर में मानवता की मिसाल फिर से देखने को मिली। हादसे के बाद समाजसेवी सदानंद होता, करण महतो, प्रवीर प्रमाणिक आदि घटनास्थल पहुंचे और अनुमंडल अस्पताल पहुंचाने के लिए लाइनअप किया। अनुमंडल अस्पताल चक्रधरपुर में सुमिता होता फाउंडेशन, भगेरिया फाउंडेशन, ग्रामीण चिकित्सक संघ, खिदमत फाउंडेशन, बंगाली एसोसिएशन, भाजपा, झामुमो आदि सामाजिक, राजनीतिक, स्वयं सेवी संगठनों के सदस्यों ने पूरी तन्मयता से घायलों की मदद की। खासकर खिदमत फाउंडेशन के सदस्यों के ईद की नमाज अदा करते ही अस्पताल पहुंचने पर लोगों ने खूब सराहा। सभी समुदाय, संगठनों के लोगों ने बिना किसी भेदभाव के सारे-गिले शिकवा भुलाकर घायलों के उपचार में मदद की। विधायक शशिभूषण सामड ने भी मरीजों को वाहन से उतारने, स्ट्रेचर से ले जाने में हाथ बंटाया।

इन्हें किया गया रेफर

बस के खलासी राजेश नायक, श्रीराम सामड, मंगल सिंह हेम्ब्रम, साधो डांगिल, पूनम सोय आदि रेफर किए गए।

हादसे में ये हुए घायल

जसवंत मुण्डारी, रामाय सवैयां, दोया सवैयां, सादो डांगिल, विनित पुरती, सुनीता मुण्डारी, पंगेला बांकिरा, जयराम सिजुई, कुशो गोप, बुधनी गागराई, नायरन सोय केडाबीर, लालमुनी हेम्ब्रोम, चेकन सिंह भूमिज, विशाल कुमार मुण्डा, लालू पुरती, पुदना सोय, संजय गागराई, धर्मा हेम्ब्रम समेत कई बराती बुरी तरह घायल हो गए।