-बस हादसे में परिवार गंवाने वाले शेरसिंह ने कमिश्नर को सुनाई पीड़ा

-आठ लोगों ने शव की शिनाख्त देने के लिए दिया डीएनए का सैंपल

-संडे नाइट को हुए हादसे में 25 लोगों ने गंवाई जान, घायलों की हालत में सुधार

BAREILLY :

बहन की शादी की तारीख फिक्स करने के लिए मैंने मम्मी-पापा और पत्‍‌नी को बस में बैठाया। जब परिवार कल दोपहर तक गोंडा नहीं पहुंचा, तो माथा ठनका। बस स्टैंड जाकर पड़ताल किया, तो पता चला बस बरेली में हादसे का शिकार को गई। हादसे ने तो मां-बाप, पत्‍‌नी और बच्चे सभी को छीन लिया। अब न तो मुझे कोई पापा कहने वाला बचा न ही बेटा। कमिश्नर पीवी जगनमोहन को दुखड़ा सुनाते हुए शेर सिंह की आंखें छलक उठीं। कमिश्नर ने पीडि़त को ढांढस बंधवाया। साथ ही हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

आठ लोगों ने दिया सैंपल

संडे नाइट को इंवर्टिस यूनिवर्सिटी के पास रोडवेज बस और ट्रक की भिडं़त हो गई थी। ट्रक की टक्कर लगते ही बस आग का गोला बन गई। आग ने 25 लोगों को जान बचाने तक का मौका नहीं दिया। 24 सवारियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 1 ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। ट्यूजडे को आठ लोगों ने शवों की पहचान के लिए डीएनए का सैंपल दिया।

घर में मचा मातम

गोंडा के शिवप्रसाद पुरवा निवासी शेर सिंह ने बताया कि वह नोएडा में ओला कैब चलाता है। बहन की शादी की तारीख फिक्स करनी थी। इसलिए संडे को आनंद विहार बस स्टैंड से पिता जयवीर सिंह, मां शिव कुमारी, पत्‍‌नी सरिता सिंह, चार वर्षीय बेटा रणवीर सिंह, छह माह की बेटी गुंजन को बस में बैठाया। मंडे दोपहर को जब परिवार गोंडा नहीं पहुंचा, तो बस स्टैंड जाकर पूछताछ की, तो पता चला कि बस हादसे का शिकार हो गई। हादसे ने उसका पूरा परिवार छीन लिया। वहीं, मृतक राघवेन्द्र प्रताप के भाई बबलू सिंह ने बताया कि राघवेंद्र चचेरे भाई की शादी में शिरकत करने के लिए बहराइच जा रहा था।

कमिश्नर ने किया निरीक्षण

कमिश्नर पीवी जगनमोहन ट्यूजडे को घायलों का हाल जानने के लिए सिद्धि विनायक हॉस्पिटल और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने घायलों को आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन मुसीबत की घड़ी में उनके साथ खड़ा है। इस दौरान उनके साथ एडी प्रमिला गौड, सीएमओ डॉ। विजय यादव आदि मौजूद रहे।