-डीएनए रिपोर्ट आने में अभी और लगेंगे ढाई महीने से अधिक समय

-लखनऊ एफएसएल से आया जवाब, 4000 केस लगे हैं लाइन में

BAREILLY: बस अग्निकांड के मृतकों के परिजनों को अभी मुआवजे के लिए और लंबा इंतजार करना पड़ सकता है कि क्योंकि अभी मृतकों की डीएनए रिपोर्ट आने में ढाई महीने से अधिक समय लग सकता है, जिससे लगता है कि सितंबर तक डीएनए रिपोर्ट का वेट करना होगा। लखनऊ फॉरेंसिक लैब से इस संबंध में बरेली पुलिस को जानकारी दी गई है। ऐसे में पुलिस डीएनए रिपोर्ट आने का वेट कर रही है।

400 केस प्रॉयोरिटी पर

प्रदेश में लखनऊ में ही डीएनए रिपोर्ट की इकलौती लैब है। यहां पूरे प्रदेश से डीएनए सैंपल कलेक्ट होकर जाते हैं। मौजूदा समय में फॉरेंसिक लैब में करीब चार हजार केस पहुंचे हैं, जिनमें कोर्ट, अधिकारियों व अन्य जरूरत वाले करीब 400 मामले प्रॉयोरिटी पर रखे गए हैं। इन 400 में ही बरेली के बस अग्निकांड के 25 मृतकों की डीएनए सैंपल हैं, जिनकी रिपोर्ट आनी है। फॉरेंसिक लैब से जवाब मिला है कि करीब ढाई महीने बाद भी रिपोर्ट भेजी जा सकेगी। यहां तक कहा गया कि यदि इससे जल्दी रिपोर्ट मंगानी है तो हैदराबाद फॉरेंसिक लैब में डीएनए सैंपल भेजे जा सकते हैं, लेकिन अब वहां भी भेजने में इतना ही समय लग सकता है।

4 जून को हुआ था हादसा

बता दें कि इनवर्टिस तिराहा पर गोंडा डिपो की बस में ट्रक की टक्कर से 25 यात्रियों की जलकर मौत हो गई थी और 14 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पीएम और सीएम ने मृतकों और घायलों को अलग-अलग मुआवजा देने की घोषणा की थी। जिसके बाद 26 वें मृतक का भी दावा किया गया था। शव पूरी तरह से जल गए थे जिसकी वजह से शवों की सही पहचान के लिए शवों और दावा करने वाले परिजनों के डीएनए सैंपल भेजे गए थे। वहीं पीएमओ से 57 लाख मुआवजा भी आ गया है और सीएम ऑफिस से मुआवजा आना बाकी है।

बस अग्निकांड के मृतकों की डीएनए रिपोर्ट आने में अभी ढाई महीने से अधिक का समय लगेगा। फॉरेंसिक लैब से इस संबंध में जानकारी दी गई है।

रोहित सिंह सजवान, एसपी सिटी बरेली