-कोई शादी में तो कोई परिजनों से मिलने के लिए लौट रहा था घर

-डीएनए टेस्ट कराने पहुंचे मृतक के भाई ने बयां किया दर्द

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BAREILLY:

बस हादसे में किसी ने अपने पति और भाई को खो दिया तो किसी ने बाप और भाई को। वेडनसडे को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में डीएनए चेकअप कराने के लिए पहुंचे परिवारों ने अपना दर्द बयां किया। उनके चेहरे पर अपनों को खोने का गम साफ दिखाई दे रहा था, लेकिन मौके पर मौजूद अफसरों ने उन्हें ढांढस बंधाया और डीएनए टेस्ट के लिए ब्लड लिया।

साले के साथ लौट रहा था घर

बस हादसे में त्रिवेणी यादव और उसके साले राजन की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि राजन का भाई विनोद घायल हो गया। फोन ऑफ होने पर परिजन तलाशते हुए गोंडा के गांव कंकरावा से बरेली पहुंचे, तो उन्हें पूरी जानकारी हुई। हॉस्पिटल में घायल मिले विनोद ने उन्हें पूरी जानकारी दी, जिसके बाद परिजनों ने डीएनए टेस्ट करवाया। परिजनों ने बताया कि त्रिवेणी यादव अपने साले राजन और विनोद के साथ चचेरे भाई की शादी में शामिल होने के लिए घर लौट रहे थे। परिजनों ने बताया कि दिल्ली के आनन्द विहार से त्रिवेणी यादव, राजन और विनोद जब बस में बैठे तो उन्होंने घर पर फोन करके बताया था।

बाप-बेटे की हो गई मौत

गोंडा के गांव दोवराय थाना कटरा निवासी चन्द्रभान दिल्ली के लोनी में रहकर राज मिस्त्री का काम करते थे। छुट्टियां पड़ने पर वह सात साल के बेटे तरूण को भी घर से दिल्ली ले गए थे। करीब दो माह बाद वह बेटे छोड़ने के लिए वह घर आ रहे थे। लेकिन बस हादसा हो गया और चन्द्रभान व तरूण की मौत हो गई। घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने परिवहन निगम हेल्पलाइन नम्बर पर कॉल किया तो पता चला कि बरेली में हादसा हो गया है। जानकारी मिलने पर मृतक तरूण के भाई राजकुमार ने हॉस्पिटल पहुंचकर डीएन टेस्ट कराया।