स्थानीय लोगों ने की मदद

देहरादून से तडक़े पांच बजे रोडवेज की बस यूए-07-टीए-0511 बडक़ोट के लिए रवाना हुई। तकरीबन आठ बजे बस अचानक नैनगांव के पास गहरी खाई में जा गिरी। घटना की जानकारी स्थानीय निवासियों द्वारा पुलिस और प्रशासन को दी गई। सूचना पाकर कैम्पटी पुलिस चौकी इंचार्ज इंदर सिंह बिष्ट फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे, जहां ग्रामीणों की मदद से मृतकों के शवों और घायलों को बाहर निकाला गया।

Doon hospital लाए गए घायल

घटना में जहां 12 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं घायलों को नैनबाग के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सबसे पहले फस्र्ट ऐड ट्रीटमेंट दिया गया, जिसके बाद घायलों को दून हॉस्पिटल और जौलीग्रांट के लिए रेफर कर दिया गया। जबकि ऑन द स्पॉट हुई डेड केसेज को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया। दून हॉस्पिटल के ईएमओ डॉ। एसके झा ने बताया कि हॉस्पिटल में चार पैशेंट्स को लाया गया, जिसमें से लाखामंडल निवासी अजय पाल ब्रॉड डेड केस बनकर हॉस्पिटल में दाखिल हुए, जबकि शांती राम, मीना थापा, सुरेंद्र कुमार को गंभीर रूप से चोटें आई हैं।

मौका मुआयना

घटना की खबर मिलते ही नई टिहरी से एडीएम वंशीधर तिवारी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने दुर्घटना की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को राहतकार्य के दिशा निर्देश दिए। इसके साथ ही नैनबाग में मृतकों के पोस्टमार्टम की व्यवस्था भी करवाई। बर्फबारी के कारण पोस्टमार्टम हेतु डॉक्टर्स की टीम देर शाम तक नैनबाग पहुंची। पोस्टमार्टम के बाद मृतकों के शवों को उनके रिलेटिव्स को सौंप दिया गया। इसके  साथ ही कैबिनेट मिनिस्टर खजानदास और राज्य खेल परिषद के अध्यक्ष नारायण सिंह राणा सहित कई जनप्रतिनिधियों ने भी मौके का जायजा लिया।

शोक व्यक्त किया

इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए जहां एक तरफ गवर्नर माग्र्रेट आल्वा ने जानमाल की हानी पर दुख और संवेदना जाहिर की, वहीं दूसरी ओर सूबे के मुखिया मेजर जनरल भुवनचंद्र खंडूरी ने पीडि़त परिवारों को धैर्य बंधाते हुए मृतकों की आत्मा की शांती की कामना की।