डीजल का दाम बढ़ने पर मनमाने तरीके से ट्रांसपोर्टरों ने बढ़ा दिया बसों का किराया

PATNA : डीजल की बढ़ती कीमत बस पैसेंजर्स की जेब पर भारी पड़ रही है। ट्रांसपोर्टरों ने पटना से अन्य जगहों के बीच चलने वाली बसों के किराए में बढ़ोत्तरी कर दी है। बस किराए पर डीजल की मार की वजह से स्थिति यह है कि पिछले सात महीने में विभिन्न रूटों पर बस के किराए में 50 रुपए की वृद्धि हुई है। गौरतलब है कि एक मार्च को बसों के किराए में 20 से 30 रुपए तक की वृद्धि की गई थी। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने पटना के मीठापुर बस स्टैंड पर बस किराए में वृद्धि को लेकर ट्रांसपोर्टरों और यात्रियों से बातचीत की। पढि़ए स्पेशल स्टोरी में किस रूट पर कितना बढ़ा किराया ।

यात्रियों में नाराजगी

बस किराए में मनमाने ढ़ंग से बढ़ोत्तरी किए जाने पर यात्रियों में नाराजगी है। यात्रियों का कहना है कि डीजल की बढ़ती कीमत की आड़ में ट्रांसपोर्टर अपनी मर्जी से बस का किराया बढ़ा देते हैं। जबकि बस का किराया बिना सरकार की अनुमति के नहीं बढ़ाया जाना चाहिए। पटना के मीठापुर बस स्टैंड से जहानाबाद जाने वाले यात्री अक्षत कुमार ने बताया कि मार्च में पटना से जहानाबाद का किराया 40 रुपए से बढ़ाकर 60 रुपए कर दिया गया था। अब अक्टूबर में किराया 60 से बढ़कर 80 रुपए हो गया।

यात्रियों की संख्या में आई कमी

बस किराए में वृद्धि होने से यात्रियों की संख्या में कमी आई है। एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के कर्मचारी ने बताया कि डीजल के दाम तेजी आने से किराया बढ़ाना मजबूरी है। 40 सीटर बस में 20 से 25 लोग ही सफर कर रहे हैं। जिससे बस संचालकों को न सिर्फ घाटा हो रहा है बल्कि डीजल दाम तक उपर नहीं हो पा रहे हैं ।