रजिस्ट्रेशन कैंसिल होने के बाद कंपनियों ने माल भेजने से किया इंकार

व्यापारियों का आरोप, सेल्स टैक्स विभाग से पासवर्ड नहीं मिलने नहीं करा सके रजिस्ट्रेशन

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: जीएसटी में रजिस्ट्रेशन के लिए 30 अप्रैल की लास्ट डेट बीतने के बाद एक तरफ जहां पोर्टल बंद कर दिया गया है। वहीं जिन व्यापारियों ने निर्धारित डेट तक रजिस्ट्रेशन नहीं कराया, उनके फर्म कैंसिलेशन की कार्रवाई सोमवार से शुरू कर दी गई। पूरे प्रदेश में दो दिन के अंदर नौ हजार 807 फर्मो का वैट रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिया गया। इनमें इलाहाबाद की भी 284 फर्मे शामिल हैं। इसकी वजह से इलाहाबाद के व्यापारियों में हड़कंप मचा है।

हर माह दाखिल करते हैं रिटर्न

30 अप्रैल की डेट बीतने के बाद इलाहाबाद में करीब दस हजार ऐसे बिजनेस फर्म हैं, जो सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट में रजिस्टर्ड हैं, लेकिन अभी तक जीएसटी में रजिस्ट्रेशन नहीं करा सके हैं। इन दस हजार व्यापारियों में ज्यादातर व्यापारियों को अभी तक पासवर्ड ही नहीं मिला है। बार-बार शिकायत के बाद भी सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट व्यापारियों को अभी तक पासवर्ड मुहैया नहीं करा सका है। इनमें से ज्यादातर व्यापारी हर महीने रिटर्न दाखिल करते हैं। व्यापारी विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन अधिकारी व्यापारियों को पासवर्ड मुहैया नहीं करा पा रहे हैं।

तो पहले ही होंगे बाहर

सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों की लापरवाही की सजा व्यापारी भुगतने जा रहे हैं। क्योंकि जीएसटी में रजिस्ट्रेशन न करा पाने की वजह से अगर वैट रजिस्ट्रेशन कैंसिल होता है तो व्यापारी जीएसटी लागू होने से पहले ही व्यापार से बाहर हो जाएंगे। बाहर से कोई माल नहीं मंगा सकेंगे।

मेल का भी नहीं दे रहे जवाब

व्यापारियों का आरोप है कि सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट से सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व मिलता है। इसके बाद भी स्थिति ये है कि जीएसटी में रजिस्ट्रेशन के लिए विभाग ने कोई ऐड नहीं कराया। इसकी वजह से ज्यादातर व्यापारियों को जानकारी ही नहीं हो पाई। जिन व्यापारियों का अभी तक पासवर्ड नहीं आया है, उनका पासवर्ड मंगाने का प्रयास भी नहीं किया जा रहा है। जुलाई से अगर जीएसटी लागू होगा तो व्यापारियों द्वारा उसे अपनाया नहीं जाएगा, बल्कि व्यापारियों पर जबर्दस्ती जीएसटी थोपा जाएगा।

नहीं उठता हैल्प डेस्क का नंबर

व्यापारी राजेंद्र अग्रवाल के बेटे तरंग अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने अपने फर्म का पासवर्ड न आने पर जीएसटी हेल्प डेस्क से लेकर एनआईसी व सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों को मेल किया, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया। यही नहीं हेल्प डेस्क का नंबर भी नहीं उठता है।

9807 फर्म के रजिस्ट्रेशन जीएसटी में रजिस्ट्रेशन न करा पाने के कारण पूरे प्रदेश में कैंसिल हुए

284 इलहाबाद की फर्मो के रजिस्ट्रेशन भी कर दिए गए हैं कैंसिल

36 हजार रजिस्टर्ड व्यापारी हैं इलाहाबाद में

26 हजार 640 (74 प्रतिशत) ने करा लिया है जीएसटी में रजिस्ट्रेशन

10 हजार व्यापारी (24 प्रतिशत) अभी तक नहीं करा सके हैं रजिस्ट्रेशन

केस 1

ऑटा, मैदा, सूजी के होल सेल फर्म महावीर प्रसाद-रमेश चंद्र फर्म का कौशाम्बी से कोठापार्चा में ट्रांसफर कराया गया। फर्म के पार्टनर रमेश चंद्र केसरवानी ने सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट में सारी कागजी कार्रवाई की। लगातार रिटर्न दाखिल करते आ रहे हैं। जीएसटी में रजिस्ट्रेशन के लिए पासवर्ड मांगा, सेल्स टैक्स ऑफिस का चक्कर लगाया, लेकिन डेट बीतने के बाद भी अभी तक पासवर्ड नहीं मिल सका है। इसकी वजह से वे चाह कर भी अपने फर्म का जीएसटी में रजिस्ट्रेशन नहीं करा पा रहे हैं।

केस-2

लीडर रोड स्थित सुजान सिंह काम्प्लेक्स में अग्रवाल मेडिकल एजेंसी के नाम से दवा का व्यापार करने वाले और सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट रजिस्टर्ड दुकान के मालिक राजेंद्र प्रकाश अग्रवाल ने पिछले दिनों जीएसटी के लिए पासवर्ड न आने पर दिसंबर 2016 में ही सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों से संपर्क किया। अधिकारियों को बताया कि अभी तक उन्हें माइग्रेशन के लिए प्रोविजनल आईडी और पासवर्ड नहीं मिला है। लेकिन चार महीने बाद भी उन्हें अभी तक पासवर्ड नहीं मिल सका है।

30 अप्रैल के बाद सरकार ने जीएसटी पोर्टल बंद कर दिया है। अब पोर्टल पर आनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है। इलाहाबाद में अभी भी ऐसे सैकड़ों व्यापारी हैं, जो जीएसटी में रजिस्ट्रेशन नहीं करा सके हैं। क्योंकि उनका पासवर्ड ही नहीं आया है। व्यापारियों को पासवर्ड मिल सके, इसके लिए विभाग की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है।

सतीश चंद्र केसरवानी

अध्यक्ष, गल्ला एवं तिलहन संघ

विभाग की लापरवाही की वजह से कई व्यापारियों को अभी तक पासवर्ड नहीं मिल सका है। बगैर पासवर्ड व्यापारी जीएसटी में रजिस्ट्रेशन कैसे कराएं। जिन व्यापारियों को अभी तक पासवर्ड नहीं मिला है, नोडल ऑफिसर उनकी मदद भी नहीं कर पा रहे हैं। समस्या का कोई समाधान नहीं हो रहा है।

संतोष पनामा

व्यापारी नेता

30 अप्रैल तक इलाहाबाद में रजिस्टर्ड 74 प्रतिशत व्यापारियों ने जीएसटी में रजिस्ट्रेशन करा लिया है। 24 परसेंट व्यापारी अभी भी जीएसटी में रजिस्ट्रेशन नहीं करा सके हैं। इनमें से 15-20 परसेंट व्यापारी ऐसे हैं, जो रिटर्न नहीं दाखिल करते और नक्शा नहीं जमा करते हैं। पासवर्ड न मिलने की वजह से जो व्यापारी रजिस्ट्रेशन नहीं करा सके हैं, उनकी लिस्ट तैयार कराने का आदेश अधिकारियों को दिया गया है। ताकि पासवर्ड मंगाया जा सके।

एलआर गुप्ता

एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-2

सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट