-पूर्णागिरी से वापस घर लौटा हींग व्यापारी का बेटा, पुलिस दर्ज करेगी एफआईआर

-परिजनों को गुमराह करने के लिए भेजे थे दो करोड़ की फिरौती के व्हाट्सएप मेसेज,

BAREILLY: हींग व्यापारी उमेश सूरी के बेटे हार्दिक सूरी का दो करोड़ की फिरौती के लिए अपहरण नहीं हुआ था। बल्कि बेटे ने खुद के अपहरण की कहानी रची थी। उसकी मां व्हाट्सएप पर चैटिंग करने की वजह से उसे डांटती रहती थी, जिससे नाराज होकर वह घर से चला गया था। उसने घर वालों को परेशान करने और अपहरण असली लगने के लिए ही व्हाट्सएप पर परिजनों को 2 करोड़ की फिरौती और अश्लील कमेंट वाले मेसेज भेजे थे। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से उसे ट्रेस कर लिया और वह 24 घंटे के अंदर बरेली वापस पहुंच गया। पुलिस ने उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया है, लेकिन व्यापारी के बेटे के खिलाफ फर्जी अपहरण की कहानी रचने की एफआईआर दर्ज की जाएगी।

आउट ऑफ इंडिया लोकेशन मिली

बता दें कि हींग व्यापारी उमेश सूरी का बेटा ट्यूजडे शाम साढ़े 7 बजे से लापता हो गया था। कुछ घंटे बाद उसने व्हाट्सएप पर अपने अपहरण और दो करोड़ की फिरौती के मेसेज भेजे। यही नहीं उसने अपनी मौसी के व्हाट्सएप पर भी अश्लील मेसेज भेजे। जिसके बाद परिजनों ने पुलिस से संपर्क किया। उसने व्हाट्सएप पर ही किडनैपर्स द्वारा रामपुर ले जाने की बात कही। दो करोड़ की फिरौती से पुलिस के कान खड़े हो गए। एसएसपी ने मामले की जांच के लिए सर्विलांस सेल को लगाया तो उसकी लोकेशन आउट ऑफ इंडिया मिली तो पुलिस के होश फाख्ता हो गए। आउट ऑफ इंडिया में नेपाल की लोकेशन मिली, जिसके बाद पुलिस उसके नंबर को ट्रेस करती रही और उसे वेडनसडे दोपहर टनकपुर में ट्रेस कर लिया। उसने 24 घंटे में परिजनों को व्हाट्सएप पर सैकड़ों मेसेज भेजे।

अब घर जाना ठीक नहीं होगा

बरेली वापस लौटने पर जब पुलिस ने हार्दिक से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह व्हाट्सएप और फेसबुक पर चैटिंग करता रहता है। इसको लेकर उसकी मां ने कई बार डांटा था। ट्यूशन पढ़ाने के बाद उसके दिमाग में आया कि उसे अब घर वापस नहीं जाना चाहिए और वह रिक्शे से इज्जतनगर रेलवे स्टेशन पर पहुंच गया। उसके पास 400 रुपए थे। यहां पर उसने पीलीभीत और शाहजहांपुर के लिए ट्रेनों के बारे में पूछा, लेकिन ट्रेन न होने पर वह ऑटो से सेटेलाइट बस अड्डे पर पहुंचा। सेटेलाइट बस अड्डे पर बस न मिलने पर वह ऑटो से बैरियर 2 चौकी के पास पहुंचा। यहां भी बस नहीं मिली तो वह एक मैक्स में सवार हुआ, लेकिन रिठौरा के पास मैक्स खराब हो गई, जिसके बाद वह बस में सवार होकर पीलीभीत के लिए निकल गया।

बस में चढ़ने के बाद भ्ोजे मैसेज

हार्दिक ने बताया कि उसने बस में चढ़ने के बाद उसने घर वालों मैसेज भेजने शुरू कर दिए। पीलीभीत स्टेशन पर पहुंचने पर पुलिसकर्मियों ने उसे वहां बैठने नहीं दिया। जिसके बाद उसके दिमाग में पूर्णागिरी माता के दर्शन की बात आयी। उसने एक पुलिसकर्मी से ही रास्ता पूछा और वह टनकपुर जाने वाली बस में बैठ गया। वह करीब 2 बजे टनकपुर पहुंचा। यहां वह सुबह 4 बजे तक बस स्टैंड पर रहा और उसके बाद मैक्स से करीब सवा पांच बजे पूर्णागिरी पहुंच गया। बारिश होने के चलते देर में चढ़ाई की और वह फिर 9 बजे नीचे उतरकर आ गया। वह मैक्स में आया, लेकिन उसे टनकपुर से 7 किलोमीटर पहले उतार दिया। वहां से वह पैदल टनकपुर पहुंचा और बस से बरेली वापस आ गया।

शरीर पर बनाए खरोंच के निशान

हार्दिक ने पुलिस और परिजनों को गुमराह करने की पूरी तैयारी कर ली थी। उसने कंघी से अपने हाथों पर खरोंच के निशान बना लिए ताकि लगे कि अपहरणकर्ताओं के चंगुल से वह बचकर निकला है। उसने फोन और व्हाट्सएप पर भी परिजनों को बताया था कि उसका वैन में सवार लोगों ने अपहरण कर लिया था और वह किसी तरह से उनके चंगुल से बच निकला था। उसने परिवहन निगम बस का पीछा करने की भी कहानी बताई थी।

गे है व्यापारी का बेटा

हींग व्यापारी का बेट गे है। उसके कई ऐसे दोस्त भी हैं। उसने फेसुबक पर मनप्रीत नाम की फेक आईडी भी बना रखी है, जिस पर उसने लड़की का फोटो लगा रखा है। उसके परिजन भी इस बारे में जानते थे, लेकिन पुलिस को नहीं बताया था लेकिन अन्य रिश्तेदारों से पुलिस को इसकी जानकारी मिल गई थी।

बड़ी मां से लिपट कर रोने लगा

एसएसपी ऑफिस में प्रेस कांफ्रेंस के बाद हार्दिक को उसकी बड़ी मां यानी मौसी सोनिया सूरी के सुपुर्द किया गया तो वह मौसी के गले लगकर रोने लगा और मौसी भी रोने लगी। इसके अलावा अन्य परिजनों ने भी रोते हुए उसे गले लगा लिया और पुलिस का धन्यवाद किया। एसएसपी ने परिजनों को हिदायत दी कि वे लोग हार्दिक को परेशान नहीं करेंगे।

पब्लिक से अपील

एसएसपी ने पब्लिक से अपील की है कि कोई भी सोशल साइट्स पर फेक आईडी बनाकर दुरुपयोग न करे नहीं तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं उन्होंने कहा कि अपहरण या अन्य तरह की फर्जी कहानी रचकर कोई पुलिस को परेशान न करे नहीं तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

व्यापारी के बेटे ने खुद ही अपहरण की फर्जी कहानी रची थी। उसे सकुशल वापस ले आया गया है। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।

जोगेंद्र कुमार, एसएसपी बरेली