क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ:सिटी के बड़े बिजनेसमैन खासतौर पर पेट्रोल पंप संचालकों पर खतरा मंडरा रहा है. व्यवसायियों को सेफ्टी के लिए दिए गए आ‌र्म्स और बॉडीगार्ड को चुनाव के कारण क्लोज कर दिया गया है. इसी आपात स्थिति से निपटने के लिए रांची पुलिस ने 4 माह पूर्व व्यवसायियों को सेफ्टी ट्रेनिंग देने की योजना बनाई थी जो बनने के बाद से फाइलों में ही गुम होकर रह गई है. इस दिशा में रांची पुलिस अब तक एक कदम भी नहीं बढ़ा पाई है. अब बड़े बिजनेसमैन असमंजस की स्थिति में हैं और कई लोगों ने अपने हथियार जमा करने से इनकार कर दिया है.

क्या बनी थी योजना

नवम्बर 2018 में एक साथ तीन पेट्रोल पंपों में डकैती कांड को अंजाम दिया गया, जिसके बाद पुलिस ने प्लानिंग तैयार की लेकिन इंप्लीमेंट नहीं कर पाई. पुलिस के अधिकारियों ने लूटपाट से बचाव के लिए राजधानी के व्यवसायियों को सुरक्षा के टिप्स देने का निर्णय लिया. तत्कालीन हटिया डीएसपी विनोद रवानी ने एरिया में पड़ने वाले पेट्रोल पंपों के संचालकों को पेट्रोल पंप पर हो रही लूटपाट की रोकथाम और सुरक्षा की जानकारियां भी दी. मौके पर पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के प्रवक्ता प्रमोद कुमार ने एसोसिएशन की तरफ से मांग की कि पेट्रोल पंप कर्मचारियों को पुलिस अपने स्तर से प्रशिक्षण दे ताकि वो समझ सकें कि लूटपाट होने पर उन्हें क्या करना है. इसके बाद सिटी पुलिस ने जल्द ही कार्यशाला और ट्रेनिंग कैंप का आश्वासन दिया, लेकिन मामला क्लोज हो गया.

प्लान रह गए अधूरे

कैश हैंडलिंग में रहेंगे जवान

संचालकों से कहा गया थी कि उन्हें जब भी भारी मात्रा में कैश का ट्रांजेक्शन या ट्रांसफर करना हो तो कैश हैंडलिंग की जानकारी संबंधित थाना को दें. इस काम के लिए विशेष तौर पर पुलिस के जवान मुस्तैद रहेंगे और किसी भी तरह की अनहोनी से बचाने का पूरा प्रयास किया जाएगा. साथ ही पुलिस पेट्रोलिंग भी तेज की जाएगी.

आ‌र्म्स लाइसेंस का वेरिफिकेशन नहीं

पंप डीलरों ने आ‌र्म्स लाइसेंस वेरिफि केशन की भी मांग की. कहा कि इस बाबत थाना में आवेदन देने पर काफ दिनों तक मामला पेंडिंग रहता है. रांची पुलिस ने आ‌र्म्स वेरिफि केशन तुरंत किए जाने के निर्देश जारी किए लेकिन उसपर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. रात में कभी भी कैश ले जाने की आवश्यकता पड़ी तो पुलिस पर सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने की जिम्मेदारी है.

सीसीटीवी के साथ सायरन बेमानी

पुलिस ने डीलरों से आग्रह किया था कि जिन पंपों पर सीसीटीवी कैमरा नहीं है वो तुरंत लगायें साथ ही सायरन भी लगवा लें. पंप की सुरक्षा के लिए बंदूकधारी गार्ड भी रखें पंप पर कार्यरत कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन जरूर कराना था लेकिन इसकी रफ्तार भी सुस्त है.

नहीं बना व्हाट्सअप ग्रुप, हर माह होनी थी बैठक

व्यवसायियों और पुलिस अधिकारियों का एक संयुक्त व्हाट्सअप ग्रुप बनाने व हर महीने दूसरे शनिवार को पंप संचालकों, व्यवसायियों एवं पुलिस अधिकारियों की बैठक करने का निर्णय लिया गया, लेकिन 4 माह में एक भी बैठक का आयोजन नहीं किया गया है.

वर्जन

पेट्रोल पंप संचालकों समेत जिला के सभी व्यवसायियों के साथ समन्वय बनाते हुए उन्हें सुरक्षा के टिप्स दिए भी गए हैं और चुनाव के बाद इसमें तेजी लायी जाएगी. अभी पुलिस टीम चुनाव की सुरक्षा को लेकर ज्यादा गंभीर है. बिजनेसमैन की सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं.

अनीश गुप्ता, एसएसपी, रांची