-बक्शीपुर से लेकर अलीनगर तक दिनभर आवाजाही

-सघन बाजार में वाहनों का संचालन बढ़ाता सिरदर्द

GORAKHPUR: शहर में ट्रैफिक सुधार की कवायद तो बहुत हो रही पर कुछ जगहों पर इसका कोई असर नहीं नजर आता। चौराहों से ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों के हटते ही मनमानी शुरू हो जाती है। शहर की व्यस्त बाजारों में समस्या को दरकिनार कर पाना जहां काफी मुश्किल है। वहीं, रोजाना की मुश्किलों का सामना करते हुए लोग जाम का झाम झेलने के आदी हो चले हैं। दिन में बक्शीपुर से लेकर अलीनगर तक मार्केट करने निकल गए तो खरीदारी से तीन गुना समय आवाजाही में गुजर जाएगा। एसपी ट्रैफिक का कहना है कि जहां पर सड़कों की व्यवस्था में ज्यादा बदलाव संभव नहीं है। वहां पर मैन पॉवर के जरिए ट्रैफिक कंट्रोल किया जा रहा है।

किताबों का बाजार, ज्वेलरी माकेर्ट गुलजार

शहर के पुराने मार्केट काफी घने हो गए हैं। यहां पर सामने दुकानें खुली है तो दुकानों के पीछे ही बाशिंदों के मकान हैं। मकान और दुकान के चक्कर में बाजार लोगों के भीड़ से हांफ उठता है। बक्शीपुर का मार्केट मंडल का सबसे बड़ा किताबों का बाजार है। आफ सीजन में भी यहां पर थोक से लेकर फुटकर दुकानदारों की भीड़ जुटी रहती है। जबकि, छात्र-छात्राओं और विभिन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले किताबों के लिए बक्शीपुर आते हैं। बक्शीपुर चौराहे से थवई का पुल होते हुए रास्ता अलीनगर की तरफ चला जाता है। थवई का पुल जूता-चप्पलों की दुकान के अलावा वाद्य-यंत्रों की उपलब्धता के फेमस है। थवई का पुल पर दोनों तरफ सिर्फ दुकानें हैं, जबकि अलीनगर में कोई ऐसी जगह नहीं जहां पर वाहनों को खड़ा किया जा सके। इसलिए बाजार के खुले होने पर पार्किंग से लेकर आवागमन तक की मुश्किल उठानी पड़ती है।

बाजार की यह प्रमुख समस्याएं

-बक्शीपुर और अलीनगर के बाजार में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है।

-सड़क के दोनों ओर बनी दुकानों के सामने दुकानदारों ने स्पेश नहीं छोड़ा है।

वन वे ट्रैफिक का इंतजाम न होने से आवागमन में कठिनाई होती है।

बाजार में सामान ले जाने के लिए मालवाहक दिनभर आवाजाही करते हैं।

अतिक्रमण की वजह से बाजार में सिकुड़कर एकदम पतली हो गई है।

इस समस्या से समाधान के यह उपाय

-बाजार में आवागमन के लिए वन वे का कड़ाई से पालन कराया जाए।

-बक्शीपुर और अलीनगर में अतिक्रमण को हटाकर सड़कों को खाली कराना जरूरी है।

-सड़क के दोनों ओर जगह-जगह बैरियर लगाकर बेतरतीब ट्रैफिक को कंट्रोल किया जाए।

-बाजार में नया पार्किग बनाकर इलाके में फोर व्हीलर, बाइक और रिक्शा चलाने पर रोक लगे।

-मार्केट में मालवाहक गाडि़यों की आवाजाही के लिए रात या सुबह का समय निर्धारित किया जाएगा।

वर्जन

पुराने मार्केट में ट्रैफिक की व्यवस्था संभालने के लिए पुलिस कर्मचारियों की तैनाती की जाती है। यहां पर जगह के अभाव में काफी दिक्कत होती है। आबादी बढ़ने, दुकानों के विकास होने और आवागमन के दबाव को लेकर पहले से कोई प्लानिंग न किए जाने की वजह से यह समस्या आ रही है।

आदित्य प्रकाश वर्म, एसपी ट्रैफिक