Jamshedur: 1200 रुपये में घर में शौचालय बनाएं और हर साल 50 हजार रुपये बचाएं। ये सलाह उपायुक्त अमित कुमार ने जिले के उन लोगों को दी है जिनके घर में अभी शौचालय नहीं बना है। हाल ही में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सर्वे में खुलासा हुआ है कि जिन घरों में शौचालय नहीं है, उनके घर बीमारी फैलती है और तकरीबन 50 हजार रुपये हर साल इस पर खर्च होते हैं।

 

ये बातें उपायुक्त अमित कुमार ने सिदगोड़ा टाउन हाल में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा आयोजित समारोह में कहीं। इस मौके पर बोलते हुए उपायुक्त अमित कुमार ने जिले के लोगों को अपने घरों में फौरन शौचालय बनाने की बात कही। उपायुक्त ने कहा कि जिस घर में शौचालय नहीं है वो बीमारी का घर है। खुले में शौच की वजह से गांवों में बीमारी फैल रही है। इन गांवों के बच्चे स्टंटिंग का शिकार हैं। यानि, ये बच्चे जो खाते हैं उनके बदन में नहीं लगता। बच्चे कुपोषित हो रहे हैं। खुले में शौच महिलाओं के लिए भी ¨हसा है। महिलाओं को सूर्यास्त के बाद और सूर्योदय से पहले जाना होता है। इस वजह से, ये कुप्रथा खत्म करना है। समारोह में घाटशिला के विधायक लक्ष्मण टुडू, पोटका की विधायक मेनाका सरदार, जिला परिषद अध्यक्ष बुलू रानी सिंह, जिला परिषद उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह आदि थे।


रानी मिस्त्री, महिला मुखिया सम्मानित

पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने गुरुवार को सिदगोड़ा टाउन हाल में महिला दिवस के मौके पर जिला स्तरीय रानी मिस्त्री सम्मेलन आयोजित कर स्वच्छ भारत मिशन में उत्कृष्ट कार्य कर रही महिलाओं को सम्मानित किया। इस मौके पर 30 रानी मिस्त्री, 15 जल सहिया और 10 मुखिया व स्वयं सहायता समूह की सदस्य सम्मानित हुई हैं। महिलाओं को टायलेट एक प्रेम कथा भी दिखाई गई।

 

अब तक कई प्रखंड ओडीएफ नहीं

जिले को मार्च में खुले में शौच मुक्त होना था। लेकिन, इसमें जिला प्रशासन को कामयाबी नहीं मिल पाई है। जमशेदपुर प्रमंडल में 74 हजार शौचालयों का निर्माण होना है। जिले में 11 प्रखंड हैं। अब तक महज चार प्रखंड के खुले में शौच मुक्त होने का दावा किया जा रहा है। जबकि, सच्चाई ये है कि अब तक कोई भी प्रखंड खुले में शौच मुक्त नहीं हो सका है।

 

इनको आज मिलेगा सम्मान

-  30 रानी मिस्त्री

- 15 जल सहिया को प्रोत्साहन राशि

- 10 मुखिया व एसएचजी प्रमुख को प्रशस्ति पत्र