RANCHI: अब खटारा बसों का जमाना लद गया है। पैसेंजर भी ऐसी बसों में बैठकर सफर करने के बजाय लग्जरी बसों में अधिक किराया चुकाने से नहीं कतरा रहे हैं। पूरे राज्य में जितनी भी नई बसें खरीदी जा रही हैं, अधिकतर एसी लग्जरी ही हैं। हजारीबाग, जमशेदपुर, गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा, गिरिडीह, धनबाद, कोडरमा समेत तमाम रूटों पर एसी बसों को चलाने के लिए परमिट जारी किया गया है। दक्षिणी छोटानागपुर प्रादेशिक परिवहन प्राधिकार (आरटीओ) की ओर से राज्य में ब्म् एसी बसें चलाने की अनुमति दी गई है। वहीं, राज्य के सभी आरटीओ कार्यालयों मे बहुत सारी एसी बसों का आवेदन पड़ा हुआ है, लोग परमिट मिलने का इंतजार कर रहे हैं।

किस रूट पर कितनी एसी लग्जरी बसें

रूट बसों की संख्यां

रांची से टाटा भ्

चाईबासा 8

सिमडेगा 7

गुमला ख्

हजारीबाग क्ब्

गिरिडीह 7

धनबाद ख्

कोडरमा क्

कुल ब्म्

रांची से क्फ्म् बसों को परमिट

राज्य के अंदर चलनेवाली तीन सौ नई साधारण बसों को परमिट देने का निर्णय लिया गया है। अन्य प्राधिकारों से निर्गत कुल क्फ्म् परमिटों को क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार रांची से स्वीकृति दी गई है। वहीं, विभिन्न रूटों पर क्0 अस्थायी परमिट की स्वीकृति भी दी गई है।

अधिक किराया से इन्कार नहीं

पैसेंजर लग्जरी सफर तय करने के लिए अधिक पैसा भी देने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। हजारीबाग से रांची के लिए हर आधे घंटे पर एक बस खुलती है, आम बसों मे किराया 80 रुपए है और लग्जरी बसों में क्ख्0 रुपए चुका कर लोग बड़े आराम से सफर कर रहे हैं। हर आधे घंटे पर जितनी भी बसें खुलती हैं सभी की सीट फुल रहती है।

बॉक्स

कई बसें परमिट के इंतजार में

सिमडेगा-चाईबासा रूट और गुमला रूट पर कई एसी बसों को परमिट मिलना है। इसके इंतजार में कई गाडि़यां खड़ी हैं। कई ओनर गाड़ी खरीद कर परमिट मिलने का इंतजार कर रहे हैं। बस के ओनर राधा मोहन बताते हैं कि भ्0 लाख की बस है चार महीने पहले खरीद कर परमिट मिलने का इंतजार कर रहे हैं, अभी घर से ही हमलोगों को बैंक की ईएमआई का पैसा देना पड़ रहा है।