RANCHI : आगामी लोकसभा चुनाव में स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मोबाइल ऐप सी-विजिल मंगलवार को लॉन्च किया गया है। कलेक्टेरिएट में सी-विजिल में प्रतिनियुक्त कर्मियों को प्रोजेक्टर के माध्यम से इस एप का प्रशिक्षण दिया गया। एडीएम(विधि व्यवस्था) सह सी-विजिल कोषांग के नोडल पदाधिकारी अखिलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों की जानकारी कोई भी व्यक्ति इस एप के माध्यम से दे सकेगा।

28 फरवरी तक ट्रायल

चुनाव आयोग ने 28 फरवरी तक सी-विजिल ऐप का ट्रायल रखा है, फिर ये लाइव मोड में होगा। 28 फरवरी के बाद एफएसटी के सदस्यों को किसी तरह की परेशानी ने हो इसलिए ये प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

10 मिनट में पहुंचेगी एफएसटी

सी-विजिल एप की जरिये किसी नागरिक के द्वारा आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी दिये जाने के बाद टीम मौके पर पहुंचेगी। मामला संज्ञान में आने के बाद 100 मिनट में इसका निराकरण करना होगा.10 मिनट में एफएसटी के सदस्य को मौके पर पहुंचकर इसकी रिपोर्ट करनी होगी।

एप ऐसे करें डाउनलोड

सी-विजिल में सिटीजन और इंवेस्टीगेटर दो तरह के ऐप डाउनलोड किये जा सकते हैं। फ्लाइंग स्क्वॉयड टीम (एफएसटी) में शामिल कर्मी द्धह्लह्लश्चह्य://द्गष्द्ब.द्दश्र1.द्बठ्ठ/ष्1द्बद्दद्बद्य लिंक में जाकर इंवेस्टीगेटर ऐप डाउनलोड कर सकते हैं।

रंगों के आधार पर जानकारी।

सी-विजिल के इंवेस्टीगेटर ऐप में नीले रंग के जरिये नये मामलों की जानकारी मिलती है जबकि बैंगनी (परपल) रंग स्वीकार किये मामलों की जानकारी देता है। लाल रंग के जरिये ओवर ड्यू मामलों की जानकारी मिलती है। फ्लाइंग स्क्वॉयड टीम (एफएसटी) के सदस्य के पास ऐप के जरिये संज्ञान में आये मामलों के निराकरण और अस्वीकार किये जाने का विकल्प होगा।

एफएसटी के लिए व्हाट्सएप ग्रुप

सी-विजिल के लिए जल्द ही एफएसटी के सदस्यों की प्रतिनियुक्ति की जायेगी और बेहतर समन्वय के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जायेगा।

मतदान दिवस तक होगी रिपोर्टिंग

सी-विजिल ऐप के जरिये एफएसटी रिपोर्टिंग शुरु कर देगी, जो मतदान दिवस तक चलेगा। एफएसटी केवल रिपोर्टिंग ऑथरिटी है। इसके बाद आचार संहिता कोषांग कार्रवाई करेगा।