- 75 किमी लंबे मेरठ एक्सप्रेस वे के काम में आएगी तेजी

- मेरठ-बुलंदशहर हाईवे 235 का होगा विकास

Meerut : वर्षो से सिर्फ कागजों में चल रहे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को मोदी कैबिनेट से मंजूरी मिलने और इस पर तेजी से काम करने के फैसले ने मेरठवासियों को एक बड़ा तोहफा दिया है। रेल बजट में मंगलवार को निराशा झेलने वाले मेरठवासियों की शिकायत को बुधवार को दूर करने का प्रयास किया गया है। माना जा रहा है कि मेरठ एक्सप्रेस-वे पर काम अगले छह माह में शुरू हो जाएगा। मेरठ एक्सप्रेस-वे की तरह ही मेरठ-बुलंदशहर एनएच-ख्फ्भ् के विकास और मेरठ-करनाल मार्ग को भी विकसित करने का फैसला कैबिनेट में लिया गया है। इन फैसलों से मेरठ और आसपास के जिलों के विकास का रास्ता भी साफ होगा।

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे

दिल्ली स्थित निजामुद्दीन ब्रिज से डासना तक एक्सप्रेस वे और हाईवे को मिलाकर कुल क्ब् लेन की सड़क बनेगी। इसमें छह लेन का एक्सप्रेस वे होगा, जबकि आठ लेन का हाईवे। डासना से एक्सप्रेस वे एनएच ख्ब् को छोड़कर बाई ओर मुड़ जाएगा और आगे म्ब्.भ्भ् किलोमीटर पर जाकर एनएच ख्फ्भ् (हापुड़-मेरठ बच्चा पार्क) से मिलेगा। निजामुद्दीन से हाइवे-ख्ब् होता हुआ क्ब् लेन मार्ग डासना तक-फ्0 किमी, डासना से मेरठ परतापुर तिराहे के पास तक छह लेन मार्ग-फ्भ् किमी, परतापुर से दिल्ली रोड, जागरण तिराहा होते हुए बच्चा पार्क व परतापुर से हाइवे-भ्8 बाईपास छह लेन लेन मार्ग-क्0 किमी का होगा।

क्म् गांवों की जमीन

प्रोजेक्ट के लिए मेरठ के क्म् गांव नंगलापत्तू खानपुर, चांदसारा, सलेमपुर, ढखोली, नरहरा, शकरपुर, सोलाना, काशी, अच्छरौंदा, अमीनगर, बराल परतापुर, जुर्रानपुर, बुढेड़ा जाहिदपुर, कायस्थ गनवारी एवं मोहिउद्दीनपुर की क्0ख् हेक्टेयर व गाजियाबाद में क्9 गांव की फ्फ्फ् हेक्टेयर व यानि दोनों जनपदों की फ्फ्भ् हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण होगी। प्रोजेक्ट के लिए कुल धनराशि म्भ्7क् करोड़ रुपए तय की गई थी। इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण से जुड़ा मुद्दा कोर्ट में है। हाईकोर्ट में भूमि अधिग्रहण की शर्तो को लेकर क्म् जुलाई को सुनवाई होनी है।

फोर लेन होगा एनएच-ख्फ्भ्

कैबिनेट के फैसले के बाद नेशनल हाइवे अथॉरिटी ने जनपद को मंडल मुख्यालय से जोड़ने वाले बुलंदशहर-मेरठ मार्ग को फोर-लेन में बदलने की कवायद तेज होगी। एनएचएआई इस मार्ग से जुड़े लिंक रोड पर ख्फ् जंक्शन बनाएगा। चौड़ीकरण के लिए मौजूदा सड़क के दोनों ओर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। केंद्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने बुलंदशहर-मेरठ स्टेट हाइवे को दो साल पहले एनएच ख्फ्भ् घोषित किया था। इसके बाद क्.भ्-ख् लेन मार्ग को चार-लेन में बदले जाने के कयास लगाए जा रहे थे। अब एनएचएआई ने फोन-लेन में बदलने की कवायद तेज होगी।

मेरठ से करनाल भी

केंद्र सरकार के लिए गए फैसले के बाद मेरठ-करनाल वाया शामली मार्ग को भी अब गति मिलेगी। हालांकि इसमें राज्य सरकार की मशीनरी लगनी है। जो अब तक की योजना है उसके मुताबिक मेरठ में कैंट स्थित कंकरखेड़ा रेलवे ओवर ब्रिज से किलोमीटर फ्.ख्70 से यह आरंभ होगा। बीच में किलोमीटर म्,क्भ् और फ्0 पर पुलों का निर्माण होना है। इसकी अनुमानित लागत क्ख्87.म्8 करोड़ आएगी। यह पुल उत्तर प्रदेश सेतु निगम लिमिटेड बनाएगा। मेरठ में सड़क की सीमा फ्ख् किलोमीटर तक है। इसके आगे मुजफ्फनगर और शामली तक माइलस्टोन म्भ् किलोमीटर तक है। सड़क को फोर लेन करने की लागत फ्ब्क् करोड़ आंकी गई है। इसे आगे करनाल तक जोड़ा जाना है। इस मार्ग के तैयार होने से हरियाणा जाने वाले लोगों का समय बजेगा और दूरी भी कम होगी।