- आज सुबह 11 बजे से बोर्ड सभागार में पार्षद करेंगे कार्यकारिणी का चुनाव

- नगर निगम समेत पार्टियों ने भी की पूरी तैयारी, आज दिखेगा पार्टियों का दम

BAREILLY:

नगर निगम में कार्यकारिणी के सदस्यों का चुनाव ट्यूजडे को होगा। जिसके लिए पार्टियों की ओर से जोड़-तोड़ शुरू हो गया है। सांसद, विधायक और मेयर पद पर कब्जा जमाने के बाद भाजपा ने अब नगर निगम उपसभापति के पद पर भी निगाहें टिका दी हैं। उपनेता, मुख्य सचेतक, सचेतक व कोषाध्यक्ष का चयन करने के बाद अब भाजपाइयों की निगाह कार्यकारिणी पर है। नगर निगम के 12 पार्षदों को कार्यकारिणी में जगह मिलेगी। सूत्रों के मुताबिक भाजपा नगर निगम की कार्यकारिणी में 8 से 10 सदस्यों को शामिल कराने के फेर में है। जिसके लिए पार्षदों ने भी जोड़-तोड़ शुरू कर दी है।

वरिष्ठता के आधार पर चयन

भाजपा ने संडे को ही नगर निगम में उपनेता के तौर पर छंगालाल मौर्य का मनोनयन किया है। इसके साथ ही मुख्य सचेतक के पद से शालिनी जौहरी और अरेंद्र अरोड़ा, नरेश शर्मा को सचेतक व चित्रा मिश्रा को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया है। कार्यकारिणी का सदस्य बनने को पार्षदों ने लॉबिंग शुरू कर दी है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक कार्यकारिणी के सदस्य संगठन वरिष्ठता के क्रम में पार्षदों को मौका देगा। मंडे को संगठन की बैठक संपन्न हुई। पार्टी के महानगर अध्यक्ष उमेश कठेरिया ने बताय कि कार्यकारिणी के लिए 21 लोगों ने आवेदन किए थे। जिसमें से 5 लोगों के नाम फाइनल हो चुके हैं।

सपा के 5 पार्षद लड़ेंगे कार्यकारिणी का चुनाव

नगर निगम की कार्यकारिणी का मेंबर बनने के लिए सपा ने 5 पार्षदों के नाम फाइनल कर दिए हैं। यह कार्यकारिणी का चुनाव लड़ेंगे। जिन 5 पार्षदों के नाम फाइनल किए गए हैं, वह सभी अल्पसंख्यक हैं। सपा ने अब्दुल कय्यूम मुन्ना, सलीम अहमद पटवारी, रईस मियां, अंजुम शमीम, और मोहम्मद यामीन को कार्यकारिणी के मेंबर का प्रत्याशी बनाया है। मंडे को सपा कार्यालय में महानगर अध्यक्ष कदीर अहमद की अध्यक्षता में मीटिंग हुई और फिर सभी पदाधिकारियों की राय के बाद नाम फाइनल कर दिए गए।

क्या है कार्यकारिणी

इसे नगर निगम का मंत्रीमंडल कहा जाता है। इसे नगर निगम की ओर से किए जाने वाले सभी कार्यो के सुपरविजन का अधिकार प्राप्त है। नगर निगम के अधिनियम के मुताबिक कार्यकारिणी में अधिकतम 12 सदस्य मनोनीत किए जा सकते हैं।

कार्यकारिणी की शक्तियां

- कार्ययोजना बनाना

- प्रस्ताव तैयार करना

- प्रस्ताव बोर्ड से पास कराना

- भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना

कार्यकाल

कार्यकारिणी का कार्यकाल द्विवार्षिक होता है। ऐसे में प्रत्येक वर्ष लॉटरी विधि से 6 सदस्य कम कर दिए जाते हैं। शेष 6 सदस्यों का कार्यकाल दो वर्षो के लिए बरकरार रहता है। इसके साथ ही, लॉटरी विधि से ही 6 नए सदस्यों का चुनाव कर लिया जाता है। ताकि कार्यकारिणी में 12 सदस्यों के शासनादेश का रूल फॉलो हो सके। यह प्रक्रिया 5 वर्षो तक क्रमवार चलती है।

छंगामल मौर्य

वार्ड संख्या 11 कटरा चांद खां से बीजेपी प्रत्याशी छंगामल मौर्य चौथी बार पार्षद बने हैं। अब तक के रिकॉर्ड में इन पर किसी तरह का कोई आरोप नहंीं हैं। वहीं, जनता में भी अच्छी छवि होने की वजह से इन्हें भाजपा ने पार्षद दल के उपनेता के पद पर चुना है।

शालिनी जौहरी

वार्ड संख्या 54 भूड़ से बीजेपी प्रत्याशी शालिनी जौहरी इस बार तीसरी बार पार्षद बनी हैं। महिला पार्षद होने के साथ ही वार्ड में बेहतर कार्य करने के लिए भाजपा ने इन्हें मुख्य सचेतक के तौर पर चुनाव किया है। इन्होंने सपा प्रत्याशी को करारी हार का सामना कराया है।

आरेंद्र अरोरा

वार्ड संख्या 50 जनकपुरी से तीसरी बार आरेन्द्र अरोरा बीजेपी से पार्षद पर चुने गए हैं। संगठन में अच्छी पकड़ होने के साथ ही वार्ड के विकास में अहम भूमिका होने से इन्हें सचेतक बनाया गया है। निकाय चुनाव में करीब दस गुना वोटों से प्रतिद्वंद्वियों को मात दी है।

चित्रा मिश्रा

वार्ड संख्या 5 नेकपुर से बीजेपी पार्षद चित्रा मिश्रा ने निर्दलीय प्रत्याशी को मात दी थी। महिला प्रत्याशी होने के साथ ही पहली बार भाजपा ने कोषाध्यक्ष का पद सृजित किया है। नए सृजित पद को लेकर अन्य पार्षदों में चर्चाओं का बाजार गर्म है।

नरेश शर्मा बंटी

बीजेपी पार्षद नरेश शर्मा बंटी दूसरी बार नगर निगम कार्यकारिणी में शामिल होने जा रहे हैं। सचेतक के पद पर इनका चुनाव हुआ है। इससे पहले यह कमेटी में वाइस चेयरमैन का पद संभाल चुके हैं। सामाजिक कार्यो में इनकी गतिविधि सर्वाधिक रहती है।