-एक-दो दिन में हो सकता है रावत मंत्रिमंडल का विस्तार

-प्रो। जीतराम ने फिर उठाई दलित को मंत्री बनाए जाने की मांग

-दलित मंत्री का पद खाली होने पर दलित को ही पद देने की मांग

देहरादून

हरीश रावत ने ये क्या कहा कि वे अपने मंत्रिमंडल विस्तार जल्द करेंगे तो इसको लेकर फिर संग्राम छिड़ गया है। दावेदार फिर खम्म ठोकने लगे हैं। विधायक प्रोफेसर जीतराम ने एक बार फिर कहा है कि मंत्रिमंडल में दलित को जगह दी जानी चाहिए। उनका तर्क है कि भगवानपुर के विधायक सुरेंद्र राकेश की मौत के बाद दलित मंत्री का पद खाली है इसलिए इसे दलित विधायक को ही दिया जाना चाहिए। जीतराम चमोली जिले की थराली विधानसभा सीट से विधायक हैं और लगातार बयान देते रहे हैं कि मंत्रिमंडल में दलित को जगह दी जानी चाहिए। जीतराम खुद दलित हैं और ऐसे में यही माना जा रहा है कि वे मंत्री पद के लिए अपना दावा ठोक रहे हैं। वैसे खाली पड़े दो मंत्री पदों के लिए दावेदारों की लिस्ट भी काफी लंबी है।

गढ़वाल कोटे से बनेंगे मंत्री?

लंबे वक्त से मांग उठ रही थी कि खाली पड़े मंत्री पद गढ़वाल कोटे से ही भरे जाने चाहिए। गढ़वाल-कुमाऊं के असुंतलन को मुद्दा बनाकर पिछले दिनों कई विधायकों समेत खुद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने भी जमकर बयानबाजी की थी। बाद में खुद सीएम हरीश रावत ने कहा था कि ऐसा असुंतल राजनीति में हो जाता है लेकिन इसे संतुलित किया जाएगा। तब से ही माना जा रहा है कि दोनों पद गढ़वाल कोटे से भरे जाएंगे। इसे देखते हुए भी प्रो। जीतराम दावा ठोक रहे हैं।

कुमाऊं के नेता ही बड़े पदों पर

गढ़वाल कुमाऊं के असुंतल को लेकर समय-समय पर जो सवाल उठे हैं उनके पीछे वजह यही रही है कि तमाम बड़े पद कुमाऊं के नेताओं के पास हैं। सीएम हरीश रावत खुद कुमाऊं से हैं। स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल भी कुमाऊं से आते हैं। सरकार में नंबर-टू मंत्री इंदिरा हृदयेश भी कुमाऊं से हैं। नंबर तीन मंत्री यशपाल आर्य का भी ताल्लुख कुमाऊं से ही है।

दो अनार कई बीमार

नवप्रभात

राजेंद्र भंडारी

प्रोफेसर जीतराम

अनुसूया प्रसाद मैखुरी

गणेश गोदियाल

ममता राकेश

बॉक्स

दिल्ली दरबार में सीएम

सीएम हरीश रावत आज दिल्ली दरबार में दस्तक देने वाले हैं। वे दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। रावत पहले ही कह चुके हैं कि आलाकमान की मंजूरी के बाद ही वे कैबिनेट विस्तार करेंगे। माना जा रहा है कि दिल्ली से लौटते ही वे अपनी टीम के दो नए मेंबर चुनेंगे और उन्हें एक-दो दिन में ही शपथ दिला देंगे।