-फेक कॉल्स के कारण काम करना हो जाता है मुसीबत

-बार-बार फेक कॉल्स पर अब फोन ब्लॉक करना हुआ शुरू

DEHRADUN : 'दिल में आग लगी है', 'मोबाइल रिचार्ज करवा दो' या फिर 'मुझे शादी करनी है' जाने क्या-क्या। हर रोज ऐसी दर्जनों फेक कॉलर्स के कॉल्स का सामना करती है राजधानी की ग‌र्ल्स। यू कहें कि कॉल सेंटर्स तक ग‌र्ल्स या वुमेन अनसेफ हैं, तो ज्यादा नहीं होगा। सिलसिला लंबे समय से चला आ रहा है। जाहिर है हर रोज होने वाली ऐसी मुसीबत से निजात पाने के लिए अब संस्थानों ने भी इंतजाम करते हुए फेक कॉलर्स के कॉल्स भी ब्लॉक करने शुरूकर दिए हैं। काफी हद तक रिजल्ट पॉजिटिव मिले हैं।

फेक कॉ‌र्ल्स को करते हैं ब्लॉक

सीधे तौर पर बात हो रही है कॉल सेंटर क्08 की। टोल फ्री नंबर पर कई कॉलर मौज-मस्ती और टाइम पास के लिए हर रोज फेक कॉल्स करते हैं, जिसके कारण स्पेशल ग‌र्ल्स के लिए क्08 कॉल सेंटर में कार्य कर पाना मुश्किल-सा होता रहा है। कई बार पुलिस की मदद भी ली गई, लेकिन ऐसे कॉलर्स पर ज्यादा असर नहीं दिखा। अब खुद ही कॉल सेंटर में पहले ग‌र्ल्स की तरफ से पोलाइटिली बात की जाती है। ऐसा न होने या फिर बार-बार कॉल करने पर उनके कॉल ब्लॉक कर दिए जाते हैं। कॉल ब्लॉक की अधिकतम सीमा ख्ब् घंटे निर्धारित की जाती है। कारण, हो सकता है ऐसे कॉलर्स को खुद ही इमरजेंसी जरूरत न पड़ जाए।

ग‌र्ल्स रहती हैं टारगेट पर

इसके बावजूद खासकर क्08 की तरफ से अपने ग‌र्ल्स इंप्लॉइज की काउंसिलिंग की जाती है। इसके बाद कुछ ऐसे कॉल सेंटर्स ने नाइट शिफ्ट भी बंद कर दी है। जिससे रात में ऐसे कॉलर्स से महिलाओं को परेशानी न उठानी पड़े। खुद क्08 के स्टेट हेड मनीष टिंकू कहते हैं कि ऐसे कॉल्स स्पेशली ग‌र्ल्स का टारगेट करते हुए आते हैं, जिनमें बदतमीजी के अतिरिक्त गाली-गलौज तक सुनने को मिलती है। ऐसी कंप्लेन आने पर शालीनता बरतते हुए पहले फोन काट दिया जाता है। उसके बाद उनके फोन ब्लॉक कर दिए जाते हैं।

--------

यह सच है कि हर रोज क्08 पर करीब एक दर्जन से अधिक रॉन्ग कॉल्स आते हैं। यह सिलसिला शुरू से चला आ रहा है लेकिन हमारी तरफ से हमेशा शालीनता का परिचय दिया जाता है।

-मनीष टिंकू, स्टेट हेड क्08.