-कॉलगर्ल से रुपयों को लेकर नहीं बन सकी थी बात, तीनों हत्यारे गिरफ्तार

BAREILLY: सिठौरा में 6 जनवरी की रात महिला की नृशंस हत्या का 24 घंटे के अंदर खुलासा कर पुलिस अपनी पीठ जरूर थपथपा रही है, लेकिन जिस वक्त हत्यारे महिला को बुरी नीयत से ले जा रहे थे, तब चीता पुलिस ने एक्शन ले लिया होता तो इतनी बड़ी वारदात न होती। हत्यारों ने बताया कि चीता ने टेम्पो रुकवाया था, लेकिन महिला के कॉलगर्ल होने के चलते जाने दिया था। इसके बाद उन्होंने शराब और कबाब पार्टी की और महिला से तीन युवकों ने रेप की कोशिश की। कॉलगर्ल से रुपयों को लेकर बात न बनने पर पहले शॉल से उसका गला दबा दिया था। आरी ब्लेड से गला काटकर शव खेत में फेंक दिया था। पुलिस ने हत्यारोपी टेंपो ड्राइवर मोनू यादव, यशपाल और रामू समेत तीनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्यारे मुखबिर और मौके से लूटे गए मोबाइल की कॉल डिटेल से पकड़े गए। पुलिस ने महिला का मोबाइल और खेत में फेंका गया आरी ब्लेड और ईट बरामद कर ली है।

स्टेशन पर महिला के साथ दिखे थे

एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 7 जनवरी को सिठौरा-सराय तल्फी रोड पर एक महिला की लाश मिली थी। महिला की पहचान जोगीठेर निवासी लता के रूप में हुई थी और रुद्रपुर में रहती थी। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि महिला स्टेशन पर तीन युवकों के साथ घूमते देखी गई थी, जिसके बाद पता चला कि महिला मोनू यादव निवासी वंशीनगला, यशपाल उर्फ छोटू और रामू वर्मा निवासी सिठौरा के रूप में हुई है। मोनू यादव टेंपो ड्राइवर है। वह रामू का टेंपो चलाता है। यशपाल पहले ड्राइवर था। तीनों की शादी हो चुकी है। मोनू ने लड़की को भगाकर शादी की थी, जिसके चलते उसे घरवालों ने घर से बेदखल भी कर रखा है।

चुंगी पर मिली थी महिला

पुलिस पूछताछ में हत्यारों ने बताया कि मोनू पहले किसी और का टेंपो चलाता था। उसके पास रामू पहुंचा था और उसका टेंपो चलाने के लिए कहा था। मोनू रात में टेंपो लेकर निकला था तो उसके साथ में रामू भी चल दिया। उन्हें रास्ते में यशपाल भी मिल गया। तीनों देवचरा की तरफ सवारी लेकर गए। शाम को जब वह सुभाषनगर चुंगी के पास से निकल रहे थे कि तभी महिला ने हाथ देकर टेंपो रुकवाया और सिठौरा में छोड़ देने के लिए कहा। महिला ने पहले से शराब पी रखी थी। टेंपों में चढ़ते ही महिला गाली देने लगी और शराब पिलाने और मुर्गा खिलाने की बात कही। रामू महिला को जानता भी था कि वह काॅलगर्ल है।

यशपाल ने पहले दबाया गला

हत्यारों ने बताया कि उनके पास सिर्फ 200 रुपए थे। जिसके बाद वह टेंपो को लेकर बंशीनगला गए। यहां पर टेंपो दूर खड़ाकर यशपाल और रामू मोनू के घर गए और उसकी पत्‍‌नी से टेंपो में तेल खर्च होने के बहाने 300 रुपए ले लिए। उसके बाद तीनों पहले जंक्शन के पास गए, लेकिन यहां पर न तो शराब मिली और न ही मुर्गा। जिसके बाद वह अयूब खां चौराहा पर गए और यहां पर शराब और अंडे खरीदे और चल दिए। तीनों ने टेंपों में ही पार्टी की और टेंपो सिठौरा के आगे लेकर चले गए। यहां पर तीनों ने महिला से संबंध बनाने की कोशिश की तो महिला ने 2000 रुपयों की डिमांड कर दी। उनके पास रुपए नहीं थे तो जबरन महिला से संबंध बनाने की कोशिश की। इस पर महिला ने शोर मचाना और गालियां देना शुरू कर दिया। फंसता देख रामू ने महिला का शॉल से गला घोंटने की कोशिश की। जब महिला नहीं मरी तो उसे नीचे उतारा और फिर मोनू ने आरी ब्लेड निकाल लिया। यशपाल ने तुरंत आरी ब्लेड से उस पर वार कर दिया और उसे खेत के अंदर ले गए और उसका गला काट दिया। पहचान छिपाने के लिए सिर पर इर्1ट मारी।

गला न कटने पर उतारे कपड़े

हत्यारों ने बताया कि महिला का गला आसानी से कट नहीं रहा था, क्योंकि उसने कपड़े पहन रखे थे। जिसके चलते उन्होंने महिला की जैकेट व अन्य कपड़े उतारे और फिर गला काट दिया। जिसके बाद तीनों टेंपो में बैठकर सिठौरा होते हुए निकल गए। मोनू ने टेंपो अपने घर के नीचे खड़ा कर दिया। आरोपियों ने बताया कि महिला के शोर मचाने पर उन्हें लगा कि अब महिला उनके खिलाफ रेप की एफआईआर दर्ज करा देगी और उन्हें जेल जाना पड़ेगा, इस से बचने के लिए तीनों ने हत्या कर दी ताकि किसी को कुछ पता न चल सके।

चीता वाले मिले, लेकिन कुछ नहीं किया

बदमाशों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि जब वह महिला के साथ टेंपो में बदायूं रोड पर जा रहे थे तो चीता मोबाइल भी मिली थी। महिला ने चीता मोबाइल को भी गालियां दी थीं। बताया जा रहा है कि चीता मोबाइल ने टेंपों को रुकवाया था, लेकिन कॉलगर्ल होने और उसके द्वारा गाली-गलौज करने के चलते वह वहां से निकल गए थे। हो सकता था कि यदि चीता मोबाइल थोड़ी सतर्कता दिखाती तो वारदात न होती। इस मामले में एसएसपी का कहना है कि चीता मोबाइल वहां से गुजरी थी, लेकिन उन्होंने टेंपो रोका नहीं था। चीता मोबाइल की जांच की जाएगी।

मोबाइल में सिम पड़ा तो पकड़े

तीनों युवकों ने महिला की हत्या तो कर दी लेकिन पुलिस के लिए अहम क्लू दे दिया। हत्या के बाद यशपाल महिला का मोबाइल ले गया था। उसने पड़ोस के दुकानदार अशोक के जरिए जितेंद्र को मोबाइल 500 रुपए में बिक्री करा दिया था। यशपाल ने सिम निकालकर फेंक दिया था। जितेंद्र ने मोबाइल में नया सिम डाल लिया। जब महिला की पहचान हुई तो पुलिस ने उसका नंबर सर्विलांस पर लगवाया तो नंबर चलता मिला। इसके जरिए पुलिस जितेंद्र और अशोक तक पहुंची और उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की। जिसके बाद यशपाल, रामू और मोनू को गिरफ्तार कर लिया गया।