-लड़का इंजीनियर तो पिता करते हैं इफको में मजदूरी

-पत्नी की इच्छा थी कि हेलीकॉप्टर से जाएगी ससुराल

बरेली:

भमोरा इफको में मजदूरी करने वाले ब्रजपाल का इंजीनियर बेटा नवविवाहिता को विदा कराकर जब हेलीकॉप्टर से अपने गांव में पहुंचा तो स्वागत के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। पत्नी की जिद की खातिर उसे विदा के लिए हैलीकॉप्टर की व्यवस्था करनी पड़ी। हालांकि उसे इस बात की खुशी है कि वह पत्नी की ख्वाहिश को पूरा कर सका।

28 फरवरी को हुई शादी

आंवला में इफको कारखाने से सटे ग्राम सेंधा के ब्रजपाल के पास 40 बीघा जमीन है। वह इफको में मजदूरी भी करते हैं। उनके एक पुत्र व एक पुत्री है। बीटेक करने के बाद उनका बेटा दिल्ली की एक कंपनी में मैनेजर है। उसका विवाह अलीगढ़ के मुहल्ला यज्ञशाला तालिब नगर के मलखान सिंह की बेटी ऋतु बघेल के साथ तय हुई। ऋतु योगा से एमए कर रही हैं। ऋतु ने अपने होने वाले पति के सामने हेलीकॉप्टर से विदा कराकर ले जाने की शर्त रखी, जिसे उसने सहर्ष मान लिया। 28 फरवरी को मलखान सिंह पुत्री व रिश्तेदारों के साथ आंवला आ गए, जहां दोनों का विवाह संपन्न हुआ। प्रशासन ने हेलीकॉप्टर की अनुमति अलीगढ़ से दी थी। एक मार्च को नव विवाहित जोड़ा आंवला से अलीगढ़ गया। उसके बाद दोपहर में वहां से ग्राम इस्लामाबाद के पास मैदान में बने हेलीपैड पर उनका हेलीकॉप्टर उतरा। वहां से वे सीधे अपने गांव सेंधा पहुंचे। हेलीकॉप्टर के आते ही गांव के लोग नवविवाहिता के स्वागत को वहां पहुंच गए। ब्रजपाल सिंह ने बताया कि इकलौते बेटे व उसकी पत्नी की इच्छा पर उन्होंने इसके लिए सहर्ष अनुमति दी थी। भमोरा क्षेत्र में यह पहली बार हुआ था जब एक किसान का बेटा हेलीकॉप्टर से बहू को विदा कराकर लाया। यहां भमोरा पुलिस भी मौजूद रही।