RANCHI: मुस्लिम मजलिस-ए-उलेमा, झारखंड ने वोटर कार्ड में सुधार और नया वोटर कार्ड बनाने के लिए कैंप लगाने का फैसला लिया है। वोटर्स लिस्ट में सत्यापन के क्रम में बड़ी संख्या में सिटी के लोगों के नाम काट दिए जाने की खबर के बाद यह फैसला लिया गया है। मजलिस-ए-उलेमा की बैठक रविवार को मदरसा सौतुल कुरआन में हुई। अध्यक्षता मुफ्ती अब्दुल्ला अजहर कासमी ने की। बैठक में कई एजंडों पर चर्चा हुई। इसी क्रम में 30 अक्टूबर को पथलकुदवा चौक पर कैम्प लगाने का निर्णय लिया गया।

राजनीतिक जागरुकता पर जोर

बैठक में उलेमाओं ने कहा कि समाज में सियासी व सामाजिक जागरुकता फैलाने के लिए एक वृहद रणनीति तय की जाएगी। नवंबर में समाज के हर तबके को साथ लाने की कोशिश की जाएगी। समाज सेवी बशीर अहमद ने कहा कि सभी सियासी पार्टियों ने अल्पसंख्यक मोर्चा बनाकर मुसलमानों की कयादत को कमजोर किया है। पार्टी की पॉलिसी में मुसलमानों की भागीदारी नहीं के बराबर है। कारी जान मोहम्मद रिजवी ने कहा कि देश और राज्य में मुस्लिम सियासी ताकत कमजोर होने के कारण ही उलेमाओं की कद्र कम हुई है। मजलिस के संरक्षक मौलाना तौफीक कादरी ने कहा कि मुस्लिम युवाओं को मजलिस के हर कार्यक्रम से जोड़ा जाए। बैठक में मो नसीम, मो अनवर, सलाहुद्दीन, मो साहिल ने भी अपने विचार रखे। मौके पर तनवीर अहमद, कारी जहांगीर, आसिफ, राशिद अयाज, हाफिज मुजाहिद, मौलाना वसीम अकरम, मो शब्बीर, हाफिज समद, क़ारी खुर्शीद, हाफिज तहसीन, मो इमरान, अबू नसर, मो शाहिद आदि मौजूद थे।