LUCKNOW: खुले में शौच जाने वालों पर लगाम लगाने के लिए निगम की ओर से कई चरणों में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसी कड़ी में अब सीटी बजाकर खुले में शौच जाने वालों को खदेड़ने की तैयारी शुरू की गई है। इसके लिए क्षेत्रवार युवा कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही खुले में शौच जाने वालों पर स्पॉट फाइन भी करने संबंधी कदम उठाया जाएगा।

 

ताकि ओडीएफ घोषित हो

निगम की ओर से इस कवायद की वजह वार्डो को ओडीएफ घोषित किया जाना है। अभी तक सिर्फ 13 वार्ड ही ओडीएफ घोषित किए गए हैं। जबकि 110 वार्डो को ओडीएफ घोषित किया जाना है। इसकी वजह से निगम की ओर से ऐसे क्षेत्र चिन्हित किए जा रहे हैं, जहां पर लोग खुले में शौच जाते हैं।

 

जोनल अधिकारियों को जिम्मेदारी

सभी जोनल अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे लोग अपने-अपने जोन में ऐसे क्षेत्र चिन्हित करें, जहां पर लोग खुले में शौच के लिए जाते हैं। पहले तो लोगों को जागरुक किया जाए और अगर इसके बाद भी लोग खुले में शौच जाना बंद नहीं करते हैं तो उन पर स्पॉट फाइन किया जाए।

 

रोज सुबह बजेगी सीटी

जानकारी के अनुसार, जिन इलाकों में लोग खुले में शौच के लिए जाते हैं, वहां पर उसी क्षेत्र में रहने वाले युवा कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। उन सभी को सीटी दी जाएगी। सभी को जिम्मेदारी दी जाएगी कि वे लोग रोज सुबह सीटी बजाकर खुले में शौच जाने वालों को खदेड़ें। साथ ही उन पर स्पॉट फाइन भी करें। इन कर्मचारियों को जनता को भी जागरुक करने संबंधी जिम्मेदारी दी गई है। ़

 

महिलाओं के लिए अलग रास्ता

निगम की ओर से यह भी निर्देश जारी किए गए हैं कि शौचालयों में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार की व्यवस्था की जाए। अभी तक एक ही प्रवेश द्वार होने से महिलाओं को खासी परेशानी उठानी पड़ती थी। अलग-अलग प्रवेश द्वार होने से महिलाओं को खासी राहत भी मिलेगी।

 

बनाए जाएंगे सामुदायिक शौचालय

जिन लोगों के घरों में शौचालय निर्माण के लिए स्थान नहीं है, वहां पर सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया जाएगा। पर्यावरण अभियंता को निर्देश जारी किए गए हैं कि हर हालत में जल्द से जल्द सभी वार्डो को ओडीएफ घोषित किया जाए। जिससे स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में निगम के खाते में अधिक से अधिक अंक आ सके।

 

 

जिन क्षेत्रों में लोग खुले में शौच के लिए जाते हैं, वहां पर अब सीटी बजाकर उन्हें खदेड़ा जाएगा। इसके लिए कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। हमारा प्रयास यही है कि कोई भी व्यक्ति खुले में शौच के लिए न जाए।

पीके श्रीवास्तव, अपर नगर आयुक्त