- आई नेक्स्ट कैंपेन के दूसरे दिन पब्लिक ने बैलेट बॉक्स में डाले अपने मुद्दे

- आई नेक्स्ट की वैन इलाके में पहुंचते ही जुटने लगी भीड़

- आई नेक्स्ट से पब्लिक अपने मुद्दों ले कर खुलकर की बात

Meerut : अब वोटर्स पहले से ज्यादा समझदार हो चुका है। अब वो पॉलिटीकल पार्टी के मैनीफेस्टो को पढ़कर वोट नहीं डालता। न ही किसी पार्टी से पार्टी से प्रभावित होकर वोट करती है। अब वो जमाना भी चला गया कि कोई लोकप्रिय राजनीतिक चेहरा चेहरा देखकर कोई वोट देने जा रहा है। अब बात सीधी और साफ है। जो उनके मुद्दों को समझेगा, उनकी समस्याओं को सॉल्व करेगा, उसे ही वोट मिलेगा। ऐसे में आईनेक्स्ट ने वोटर को अपनी बात कहने और अपना मुद्दा तय करने का मंच दिया है। सिटी में शुरू हुई आईनेक्स्ट इलेक्शन कैंपेन, 'हैं तैयार हम' से जुड़े वोटर का उत्साह दूसरे दिन भी काफी उत्साहवर्धक रहा। लोगों ने अपने मुद्दों को बैलेट के थ्रू आई नेक्स्ट तक पहुंचाया ताकि उनके मिजाज देश की सभी पार्टियों को पहुंचाया जा सके।

बैलेट पेपर का किया इस्तेमाल

आईनेक्स्ट कैंपेन, 'हैं तैयार हम' के दूसरे दिन भी वोटर का जोश देखने लायक था। कैंपेन वैन को दिल्ली रोड स्थित मेट्रो प्लाजा से काफी अच्छा रिस्पांस मिला। अपनी जिज्ञासा और सवालों के साथ पहुंचे मतदाताओं ने बैलेट पेपर में क्0 मुद्दों में से पांच प्रमुख मुद्दों पर अपनी रेटिंग दी। अपना मत रखते हुए कहा कि जब भी चुनाव आते हैं तो कैंडीडेट और पार्टी अपना मैनीफेस्टो तो देती है, लेकिन हमारी बातों को तो कोई सुनता ही नहीं है। इस बार हम पार्टी और कैंडीडेट को देखकर नहीं बल्कि अपनी समस्याओं को ध्यान में रखकर वोट करेंगे, ताकि पब्लिक का उस क्षेत्र में काम हो सके।

यहां की समस्याएं थोड़ी अलग हैं

मेट्रो प्लाजा से आई नेक्स्ट की वैन कैंट स्थित आबूलेन मार्केट पहुंची। वहां के व्यापारियों का आई नेक्स्ट के कैंपेन को काफी जबरदस्त रिस्पांस मिला। व्यापारियों ने कैंपेन की सराहना करते हुए कहा कि हमने ऐसा पहली बार देखा है, जब पब्लिक को चुनाव के दौरान अपने मुद्दों को रखने का इस तरह का अनोखा मंच मिला हो। व्यापारियों की मानें को कैंट में रहने वाले लोगों के मुद्दे सिटी के निवासियों से थोड़े अलग हैं। अगर कॉमन मुद्दों की बात करें तो इंफ्रास्ट्रक्चर उनके लिए सबसे बड़ा मुद्दा है। सड़के, फुटपाथ और पार्किंग उनकी सबसे बड़ी समस्या है। इसका सॉल्यूशन होना काफी जरूरी है।

बेरोजगारी का हल होना काफी जरूरी

वो‌र्ट्स से संवाद का सिलसिला चलता रहा और कैंपेन वैन बांबे बाजार में रुकी तो यहां के यूथ मतदाताओं ने आई नेक्स्ट की पहल को सराहते हुए अपने मुद्दों को आई नेक्स्ट के साथ शेयर किया। यूथ ने अपने मुद्दे में बेरोजगारी को काफी प्रमुखता से उठाया। यूथ वोटर्स अपनी बातों को बेबाक तरीके से रखते हुए कहा कि मौजूदा समय में जिले में बेरोजगारी की बात की जाए तो काफी गंभीर समस्या है। आज का यूथ बीएड और एमबीए करने के बाद भी बेरोजगार है। एक ने कहा कि रोजगार ढूंढ़ने के लिए बाहर भी जाओ तो आसानी से जॉब नहीं मिलती है। इस समस्या का हल बताते हुए यूथ ने कहा कि सरकार की ऐसी पॉलिसी होनी चाहिए, जिसमें टेंथ से लेकर हायर एजुकेशन पाने वाले तक के लिए नौकरी हो। इससे कोई भी बेरोजगार नहीं रहेगा। इसके बाद कैंपेन वैन सदर, वेस्ट एंड रोड रजबन आदि कई इलाकों में गई। जहां लोगों का रिस्पांस काफी जबरदस्त रहा।

सोशल नेटवर्किंग से भी जुड़े लोग

आई नेक्स्ट कैंपेन 'हैं तैयार हम' से सिटी की पब्लिक सोशल नेटवर्किंग साइट्स से भी काफी जुड़ रही है। सिटी की पब्लिक फेसबुक और ट्वीटर के थ्रू आई नेक्स्ट को अपने चुनावी मुद्दे शेयर रही है। साथ ही आई नेक्स्ट के चुनावी मुद्दे के बैलेट को देखकर बता रही है कि आखिर मेरिट के आधार पर उनके लिए कौन सा मुद्दा ज्यादा इंपोर्टेट हैं। फेसबुक से जुड़े आई नेक्स्ट रीडर्स ने इस कैंपेन की सराहना करते हुए कहा है कि इससे लोगों को अपनी बातों और मुद्दों को रखने का काफी बेहतर मंच मिला है।

पूरे देश की बात की जाए तो काफी कॉमन मुद्दे हैं, जिन पर हम हर कॉमन इलेक्शन पर बात करते हैं, लेकिन स्थानीय प्रॉब्लम को काफी पीछे छोड़ देते हैं। स्थानीय मुद्दे भी उतने ही इंपोर्टेट हैं।

- आकाश खन्ना, महामंत्री, आबूलेन व्यापार संघ

मेरी नजर भ्रष्टाचार उसके बाद बेरोजगारी फिर मजबूत प्रधानमंत्री और स्थानीय मुद्दे हैं। इसके बारे में लोगों को काफी अवेयर रहने की जरुरत है। मैं इन्हीं बातों को देखकर वोट करूंगा।

- राजबीर सिंह, संयुक्त, आबूलेन व्यापार संघ

सोचना होगा कि आखिर हमारे चुनावी मुद्दों पर कौन सा प्रतिनिधि खरा उतर पाएगा। अगर चुनावी माहौल में मुझसे सबसे बड़े मुद्दे की बात की जाए तो वो है मजबूत प्रधानमंत्री और भ्रष्टाचार की, क्योंकि देश का विकास तभी संभव है। एक मजबूत प्रधानमंत्री ही अपने मजबूत इरादों के साथ बिना भ्रष्टाचार के ईमानदारी से देश के विकास में योगदान दे सकता है और जब देश से भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा तो सबकुछ एकदम सुधर जाएगा।

- मधु सिरोही, प्रिंसीपल, एमपीजीएस

भ्रष्टाचार को खत्म करना होगा और बेरोजगारी हटानी होगी। इन्हीं दो मुद्दों के साथ मैं इस बार वोट करने वाली हूं। मेरा मानना है कि अगर देश से भ्रष्टाचार और बेरोजगारी समाप्त हो जाती है। तो ही एक स्वस्थ एवं कुशल देश का निर्माण होगा। साथ ही इससे देश की आर्थिक स्थिति में भी काफी हद तक सुधार आएगा।

- अनिता त्रिपाठी, प्रिंसीपल, एमपीएस स्कूल

अगर देश को वास्तविक में आगे लाना है तो आवश्यक है कि हम देश को एक मजबूत प्रधामंत्री दें। ताकि वह पूरी ईमानदारी के साथ अपने काम को करे और देश का महत्वपूर्ण विकास करे। और ऐसा तभी संभव है जब हम लोग खुद ही अपने प्रतिनिधि के चुनाव में पूरी समझदारी बरते।

- पूजा, वर्किंग वूमेन, आबूलेन

बेरोजगारी मौजूदा समय का सबसे बड़ा मुद्दा है। इसे कम करने और यूथ को रोजगार प्रदान करने के लिए उनके ही क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा करने की जरुरत।

- मनोज सक्सेना, मैनेजर, सैनिक विहार

चुनाव के माहौल में अगर सबसे बड़े मुद्दे की बात जाए तो बेरोजगारी और उसके बाद महंगाई है। रोजगार देने का सिस्टम ऐसा हो, जिससे कम पढ़े लिखे लोगों को भी रोजगार मिल सके।

- तारीक सिद्दकी, इंप्लाई, मैट्रो प्लाजा

आई नेक्स्ट के इस कैंपेन को अपनी बातों को रखने काफी अच्छा प्लेटफॉर्म मिला है। बेरोजगारी और भ्रष्टाचार दोनों खत्म हो जाए तो देश की समस्याओं का निदान हो जाएगा। देश का यूथ देश को काफी आगे तक ले जाने में सक्षम है।

- मौ। आसिफ, स्टूडेंट, जाकिर कॉलोनी

आज यूथ पढ़कर एक अच्छी नौकरी पाना चाहता है। अगर वो नौकरी उसे उसी क्षेत्र में मिल जाए तो कहने ही क्या? इस बारे में पॉलीटीशियन को सोचकर काम करना चाहिए।

- सलमान, स्टूडेंट, भूमिया का पुल

एजुकेशन लेवल थोड़ा और इंप्रूव होना चाहिए। अगर किसी की मजबूरी है कि वो स्टडी के लिए बाहर नहीं जा सकता तो ऐसे लोगों के लिए स्थानीय स्तर पर हायर स्टडी के लिए कम फीस वाले गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट और कॉलेज खोले जाने चाहिए।

- नितिश वशिष्ठ, स्टूडेंट, लालकुर्ती