माफिया, बिजनेसमैन के साथ-साथ चाय और सब्जी बेचने वाले भी पार्षद की रेस में

ALLAHABAD: नगर निकाय चुनाव की कैंपेनिंग जोरों पर है। इस बार प्रभावशालियों और बाहुबलियों के साथ-साथ, चाय, पान, फल और सब्जी बेचने वाले भी दावेदारी कर रहे हैं। खास बात यह है कि ये लोग बिजनेस करने के साथ ही चुनाव की कैंपेंनिंग भी कर रहे हैं।

कई लड़ रहे निर्दल

समाजवादी पार्टी ने सड़क किनारे चाय की दुकान लगाने वाले आम व्यक्ति धम्मू यादव को अपना प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है। वह सुबह-शाम अपनी दुकान पर लोगों को गरम-गरम चाय पिलाते हैं। साथ ही अपने लिए वोट भी मांगते हैं। धम्मू यादव का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर उन्होंने अपने वार्ड से पार्षदी का चुनाव लड़ने का मन बनाया। वहीं भाजपा के प्रत्याशी सत्येंद्र चोपड़ा चश्मा रिपेयरिंग के साथ ही चश्मा बेचने का काम करते हैं। सर्राफा कारीगरों में एक शैलेंद्र साहू भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं।

पान से लेकर फल बेचने वाले भी

पान बेचने वाले मेवा लाल कांग्रेस के टिकट पर इस बार चुनाव मैदान में हैं। सपा ने इस बार मुंडेरा फल मंडी के व्यापारी च्च्चा यादव उर्फ च्च्चा केला को टिकट दिया है। च्च्चा यादव प्रति दिन सुबह मुंडेरा फल मंडी पहुंच जाते हैं वहां से केला उठाकर बेचने के बाद घर-घर जाकर कैंपेनिंग भी कर रहे हैं।