पेंडिंग हैं प्रैक्टिकल्स

साइंस और आर्ट्स फैकल्टी में अभी कई डिपार्टमेंट्स ऐसे हैं जहां सेशन 2012-13 के प्रैक्टिकल एग्जाम ही पेंडिंग हैं। जब तक यह प्रैक्टिकल कम्प्लीट नहीं होते सारे रिजल्ट निकल नहीं सकते। दूसरी तरफ वैसे ही यूनिवर्सिटी में अधिकतर रिजल्ट्स पेंडिंग चल रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि कब यह प्रैक्टिकल कम्प्लीट होंगे और कब रिजल्ट निकलेंगे?

स्टूडेंट्स और टीचर्स दोनों परेशान

सेशन शुरू होने के बाद कुछ स्टूडेंट्स कैंपस में आने लगे हैं। लेकिन वह भी अपने दोस्तों से मिलकर वापस लौट जाते हैं। क्योंकि अभी तक डिपार्टमेंट्स के टाइमटेबल ही नहीं बने हैं। वर्तमान स्थिति को देखकर स्टूडेंट्स के साथ ही टीचर्स भी खासे परेशान हैं। क्योंकि अगर क्लासेज देर से शुरू होंगी तो टीचर्स के लिए वर्तमान सेशन का कोर्स टाइमली कम्प्लीट कराना ही मुश्किल हो जाएगा।

कैसे हों क्लासेज

ग्रेजुएशन फाइल इयर में स्टूडेंट्स दो ऑप्शनल सब्जेक्ट लेते हैं। जब तक सेकेंड इयर के रिजल्ट नहीं आ जाते तब तक थर्ड इयर के सब्जेक्ट्स स्टूडेंट्स सेलेक्ट नहीं कर सकते। ऐसे में इनकी क्लास तो एक्सपेक्टेड रिजल्ट के बेस पर भी नहीं चल पाएगी। कुछ डिपार्टमेंट्स यह प्लानिंग कर रहे हैं कि वह जितनी क्लासेज एक्सपेक्टेड रिजल्ट के बेस पर स्टार्ट कर सकते हैं कर देंगे। लेकिन उनमें भी स्टूडेंट्स की उपस्थिति होना मुश्किल है।

स्टूडेंट्स इन कन्फ्यूजन

यूनिवर्सिटी के कुछ हेड ऑफ डिपार्टमेंट्स ने बताया कि वह लोग भले क्लासेज शुरू कर दें लेकिन जब तक रिजल्ट नहीं आते मैक्सिमम स्टूडेंट्स क्लास अटेंड नहीं करते। उन्होंने बताया कि स्टूडेंट्स कनफ्यूजन की स्थिति में रहते हैं कि पता नहीं रिजल्ट में क्या होगा। प्रॉपरली क्लासेज तभी शुरू होती हैं जब रिजल्ट्स आ जाते हैं।