- पिछले छह माह में तैयार हुए वार्ड
- कैंसर की बीमारी बड़ी तेजी से फैल रही है,
- ऐसे में इसके रोकथाम और इलाज की बहुत जरूरत
LUCKNOW: चीफ मिनिस्टर अखिलेश यादव ने रविवार को केजीएमयू में कैंसर पीडि़त बच्चों के इलाज के लिए दो नए वार्ड का शुभारंभ किया। इससे कैंसर पीडि़त बच्चों के लिए बेड्स की किल्लत दूर हो गई। इन वार्ड का निर्माण हेल्पिंग हैंड्स ट्रस्ट की सहायता से कराया गया है। वहीं, सांसद डिम्पल यादव ने मदर्स डे के दिन इस उद्घाटन को कैंसर पीडि़त बच्चों के लिए एक तोहफा बताया।
कैंसर पर खर्च सबसे अधिक
इस मौके पर सीएम ने कहा कि हर माह बड़ी संख्या में मुख्यमंत्री राहत कोष से इलाज के लिए जरूरतमंद मरीजों को पैसा दिया जाता है। पता चला कि उसमें सबसे अधिक धन कैंसर के मरीजों के लिए जारी किया जाता है। उन्होंने कहा कि कैंसर की बढ़ती समस्या को देखते हुये डॉक्टर्स को इस पर शोध के लिए आगे आना होगा। सीएम ने केजीएमयू में जगह की कमी को देखते हुए कहा कि अब इंजीनियर और अधिकारी यहां पर ऊंची व सिग्नेचर बिल्डिंग बनाएं तो बेहतर होगा।
अक्टूबर में शुरू होगा इलाज
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ। अनूप चंद्र पांडेय ने बताया कि राजधानी के चक गजरिया में बन रहे कैंसर संस्थान की ओपीडी अक्टूबर माह से शुरू हो जाएंगी। इलाहाबाद में रीजनल कैंसर इंस्टीट्यूट बनाया जा रहा है। इससे कैंसर मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी।
हो रहा साइलेंट रेवोल्यूशन
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ। अनूप चंद्र पांडेय ने कहा कि नोयडा, लखनऊ गोरखपुर में नए चिकित्सा संस्थानों और लखनऊ में कैंसर संस्थान की स्थापना के साथ साइलेंट मूवमेंट चल रहा है। इलाहाबाद में रीजनल कैंसर संस्थान बनाया जा रहा है। डॉक्टर्स की कमी से निपटने के लिए सरकार पांच संस्थानों को सुपरस्पेशिएलिटी सर्विसेज को बेहतर कर रही है ताकि हमारे पास बेहतर डॉक्टर हो और प्रदेश में इलाज की सुविधाएं बढ़ सकें। साथ ही, नर्सिग और पैरामेडिकल सीटों में भी तीन गुना तक की बढ़ोत्तरी कर दी है। डॉ। अनूप चंद्र पांडेय ने बताया कि मरीजों के लिए हम रोगी कल्याण निधि पॉलिसी बना रहे हैं जिससे मरीजों को बड़े स्तर पर फायदा होगा।
पीजीआई के बराबर सैलरी
सीएम केजीएमयू के कर्मचारियों को तोहफा देते कहा कि जल्द ही एसजीपीजीआई के बराबर वेतनमान और सैलरी उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा एसजीपीजीआई के बराबर लोहिया, केजीएमयू और सैफई के कर्मचारियों को वेतन देने की तैयारी है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के सभी मेडिकल संस्थानों का ढांचा बनाने के लिए काम किया जा रहा है। सभी मेडिकल कॉलेजों में एक जैसी सुविधाओं के साथ ही फैकल्टी और कर्मचारियों को एक जैसी सैलरी मिलेगी। अन्य कॉलेजों के मामले को हम अपने घोषणा पत्र में रखेंगे।
ये लोग भी रहे मौजूद
इस अवसर पर प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल, हेल्पिंग हैंड ट्रस्ट की प्रीति झुनझुनवाला, लक्ष्मी पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के आदित्य झुनझुनवाला, वीसी प्रो। रविकांत, डॉ। अर्चना कुमार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
कार्टून देखते हुये कराएंगे इलाज
नए वार्ड में बच्चों को छोटा भीम और डोरेमॉन जैसे कार्टून शो देखने की सुविधा दी गई है। वार्ड्स में बड़ी-बड़ी स्क्रीन वाली टीवी लगाई गई हैं। इनमें सिर्फ बच्चों के ही कार्यक्रम दिखाए जाएंगे। इसके अलावा बच्चों के खेलने के लिए भी अलग से जगह दी गई है। जहां पर विभिन्न प्रकार के खिलौने मौजूद हैं। साथ ही, बच्चों को पढ़ाई के लिए बुक्स भी उपलब्ध हैं। वार्ड्स में कलरफुल चेयर्स, खिड़कियों के पर्दो से लेकर दीवारों तक पर बच्चों के मनपसंद कार्टून चस्पाये गए हैं।
- पहले बेड थे 28
- अब बेड हैं 50
ये होंगी सुविधाएं
- नए दो वार्ड में कुल 50 बेड हैं।
- इसमें डॉक्टर्स के लिए कमरे, कीमोथेरेपी रूम, आइसोलेशन रूम, काउंसलर रूम, नर्स स्टेशन, कांफ्रेंस रूम, डेयर-केयर एरिया और बच्चों के खेलने के लिए स्थान बनाया गया है।