-कमला नेहरू मेमोरियल हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने दिया कैंसर की मैराथन सर्जरी को अंजाम

-12 साल की बच्ची के मुंह से ट्यूमर निकालकर पैर की हड्डी से बनाया जबड़ा

ALLAHABAD: कमला नेहरू मेमोरियल हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने कठिन सर्जरी को अंजाम दिया है। उन्होंने मुंह की हड्डी के कैसर से ग्रसित बच्ची का ट्यूमर निकालकर पैर की हड्डी को नए जबड़े का आकार दिया है। डॉक्टर्स का कहना है कि कम उम्र की मरीज का इतना जटिल ऑपरेशन बेहद मुश्किल था। फिलहाल मरीज स्वस्थ है। डॉक्टर्स का दावा है कि भविष्य में इम्प्लांट के जरिए वह नए दांत लगवाकर नॉर्मल जीवन बिता सकती है।

क्ख् घंटे तक चला ऑपरेशन

शक्तिनगर के ट्राइबल एरिया की रहने वाली क्ख् वर्षीय बच्ची को पिछले दो साल से मुंह में ट्यूमर की शिकायत थी। उसका ऑपरेशन हाल ही में हॉस्पिटल के कैंसर सर्जन डॉ। सपन श्रीवास्तव, प्लास्टिक सर्जन डॉ। केएस जायसवाल ने किया। उन्होंने बताया कि इतनी छोटी बच्ची का इस तरह का ऑपरेशन बेहद मुश्किल था। लगातार ब्लीडिंग होने से उसकी बॉडी इम्युनिटी काफी कम हो गई थी। ऑपरेशन पूरे क्ख् घंटे तक चला।

स्टेप बाइ स्टेप चल रहा इलाज

डॉक्टर्स ने बताया कि पहले सावधानीपूर्वक ट्यूमर को बाहर निकाला गया। इसके बाद मरीज के पैर से हड्डी निकालकर उसे जबड़े का आकार दिया गया। उन्होंने बताया कि आगे चलकर इम्प्लांट के जरिए दांत लगवाए जा सकते हैं। ऑपरेशन के बाद मरीज का पोस्ट आपरेटिव आईसीयू में इलाज पीडियाट्रिशन डॉ। अर्चना श्रीवास्तव की देखरेख में चलाया गया।

मौजूद है कैंसर का बेहतर इलाज

मौके पर मौजूद हॉस्पिटल के प्रशासनिक अधिकारी हरिओम सिंह ने कहा कि कमला नेहरू मेमोरियल हॉस्पिटल को हाल ही में राज्य कैंसर संस्थान का दर्जा दिया गया है। उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल की ओटी अत्याधुनिक है। जो लोग इलाज के लिए मुंबई-दिल्ली जाते हैं, उनका इलाज इलाहाबाद में आसानी से उपलब्ध है।

तंबाकू से फैल रही है बीमारी

डॉ। श्रीवास्तव ने बताया कि इलाहाबाद में पुरुषों में सबसे ज्यादा मुंह का कैंसर और महिलाओं में बच्चेदानी का कैंसर के केसेज सामने आ रहे हैं। अगर इनका पहचान जल्द हो जाए तो शत-प्रतिशत इलाज संभव हो जाता है। देरी होने पर मरीज की जान बचाना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने बताया कि मुंह के कैंसर का सबसे बड़ा कारण तंबाकू का सेवन है।