परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पर तीसरे दिन भी डटे रहे अभ्यर्थी

लिखित परीक्षा की कापियों के स्कैन प्रति की मांग को लेकर सचिव से की मुलाकात

ALLAHABAD: परिषदीय स्कूलों में शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा के उत्तर पुस्तिकाओं की स्कैन प्रति हासिल करने के लिए तीसरे दिन भी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पर डटे रहे। बुधवार की सुबह से ही अभ्यर्थी सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पर पहुंच गए, लेकिन अभ्यर्थियों को स्कैन प्रतियां हासिल करने में सफलता नहीं मिली। दोपहर में अभ्यर्थियों ने सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी से मुलाकात की और अपनी समस्याओं को उनके सामने रखा। जिसका भी उन्हें कोई ठोस सॉल्यूशन नहीं मिल सका। जिससे अभ्यर्थियों को परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय से मायूस होकर लौटना पड़ा।

जांच कमेटी देगी सॉल्यूशन

लिखित परीक्षा के मूल्यांकन और रिजल्ट में गड़बडि़यों को दूर कराने से जुड़ी समस्याओं को लेकर सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी से मुलाकात की। अभ्यर्थियों ने बताया कि सचिव ने पूरी बात सुनने के बाद कहा कि अभ्यर्थियों की समस्याओं का निस्तारण पूरे मामले की जांच में जुटी कमेटी ही कर सकती है। अभ्यर्थियों को उनके सामने इस मामले में अपनी बात रखनी चाहिए। अभ्यर्थियों का कहना है कि वह लखनऊ जाकर जांच कमेटी के मेंबर्स और अध्यक्ष से मिलकर अपनी समस्याओं और गड़बडि़यों के बारे में जानकारी देंगे।

गड़बडि़यों पर अभ्यर्थियों ने उठाए सवाल

बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के रिजल्ट में मूल कापियों से दर्ज नम्बर के स्थान पर गलत नम्बर दर्ज किए गए हैं, जिससे उनका रिजल्ट खराब हुआ है

लिखित परीक्षा में यह नियम बनाया गया था कि किसी भी प्रश्न में ओवर राइटिंग पर उसके मॉक्स नहीं मिलेगे, जबकि कई अभ्यर्थियों को ओवर राइटिंग पर मॉक्स मिले हैं और कई को नहीं मिले हैं

मात्रात्मक गलतियों पर भी कुछ अभ्यर्थियों को नम्बर मिले हैं, कुछ को नहीं मिले

बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को प्रश्नों के आधा आंसर लिखने पर भी नम्बर दिए गए हैं

11 प्रश्नों के गलत उत्तर लिखने पर भी कुछ अभ्यर्थियों को मॉ‌र्क्स दिए गए हैं

कापियों के मूल्यांकन में कई तरह की गड़बडि़यां हैं। कुछ अभ्यर्थियों के लिए नियमों में बदलाव किया गया है। जिससे रिजल्ट प्रभावित हुआ है।

अनूप सिंह

कई अभ्यर्थियों को मात्रात्मक गलती पर भी नम्बर मिले हैं। जबकि कुछ को इसके नम्बर काटे गए हैं। नियम सभी के लिए एक जैसा होना चाहिए।

विशाल प्रताप

ओवर राइटिंग पर मार्किंग नहीं होने की बात परीक्षा के नियम में थी। उसके बाद भी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को ओवर राइटिंग पर भी नम्बर मिले हैं।

पूजा

रिजल्ट और मूल कापियों के नम्बर में अंतर है। जिसको सही कराना चाहिए। जिससे अभ्यर्थियों का भविष्य खराब ना हो।

नंदराज