ताकि सबक सिखा सके

ताकि बाकी लोगों को सबक सिखाया जा सके। वैसे पुलिस ने इन तीनों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज किया है।

तीन पर एफआईआर दर्ज
कैंट बोर्ड मीटिंग में मेंबर्स ने बाहरी लोगों द्वारा कैंट अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मारपीट करने और उन्हें ब्लैकमेल करने का मामला उठने के बाद जीओसी के कहने पर अधिकारियों ने सदर थाने में मामला दर्ज करा दिया। नरेंद्र नागपाल समेत तीन लोगों के खिलाफ जान से मारने की धमकी, मारपीट, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज किया है। इससे पहले कैंट अधिकारियों ने एसएसपी को इस मामले में कार्रवाई करने को कहा था।

कैंट बदर भी करेंगे
बोर्ड मेंबर्स समेत अधिकारी भी इस मामले और भी सख्ती करने के मूड में हैं। वैसे तो मेंबर्स बोर्ड मीटिंग में पीसीबी मेजर जनरल वीके यादव के सामने दोषियों को कैंट बदर करने की मांग कर चुके हैं। ताकि बाद में ये लोग इन कर्मचारियों को कोई नुकसान न पहुंचा सके। सूत्रों की माने तो अधिकारियों ने पीसीबी से मौखिक रूप से इन्हें कैंट बदर करने को कहा है। जिसे अमलीजामा पहनाने के लिए जीओसी जल्द ही चीफ ज्यूडीशरी मजिस्ट्रेट को लेटर लिखकर भेज सकते हैं।

क्या था मामला?
बीती शनिवार को नरेंद्र सिंह नागपाल द्वारा आरटीआई का जवाब मांगने पर कैंट बोर्ड के कर्मचारियों ने काफी बखेड़ा कर दिया था। वहीं नागपाल ने कैंट बोर्ड के जेई को करप्ट भी कहा था। जिसके बाद  सभी कर्मचारियों ने आंदोलन करने की चेतावनी भी दी थी।

क्या है कैंट बदर?
जब छावनी और उसके अंदर रहने वाले लोगों को किसी व्यक्ति विशेष से असुरक्षा होती है, तो पीसीबी को कैंट एक्ट की धारा 302 में विशेष पॉवर होती है कि कि वह उसे कैंट बदर कर दे। जिसमें वह छावनी क्षेत्र में नहीं रह सकते।

क्या है प्रक्रिया?
- पीसीबी द्वारा चीफ ज्यूडीशरी मजिस्ट्रेट को कैंट बदर करने का लेटर भेजेगा।
- ज्यूडीशरी मजिस्ट्रेट आरोपी को समन भेजकर पक्ष सुनेगा।
- उसके बाद मजिस्ट्रेट ऑर्डर देगा।

पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
2001 में दो लोगों के खिलाफ कैंट बदर की कार्रवाई हो चुकी है। ये कार्रवाई अमरजीत सिंह नैय्यर और बलबीर सिंह नैय्यर के खिलाई हुई थी। तत्कालिक पीसीबी ब्रिगेडियर केटीजी नांबियार, सीईओ केजेएस चौहान और एई अनुज सिंह(मौजूदा सीईई) नैय्यर पैलेस के पीछे अवैध निर्माण को रोकने के लिए गए थे। जिसपर दोनों ने इनके सामने रिवॉल्वर तान दी थी। इसके बाद उनपर कार्रवाई की गई।