- कैंट के आवासीय इलाकों में घरों के बाहर गाड़ी पार्क करने वाले लोगों को देना होगा चार्ज

- एक साल के एनुअल 1000 रुपए की काटी जाएगी पर्ची

- सभी वार्डो की गलियों और रोड पर गाडि़यों का कराया जाएगा सर्वे

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Meerut : हाउस टैक्स और वॉटर टैक्स की तरह अब कैंट के लोगों को पार्किंग चार्ज भी देना होगा। इसके लिए कैंट के अधिकारियों की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई है। कैंट के आवासीय इलाकों में घरों के बाहर सड़कों पर गाडि़यां पार्क होती हैं। वो भी एक तरह का अतिक्रमण है। अगर उनसे अतिक्रमण की तरह चार्ज लिया जाएगा तो पब्लिक पर काफी भार पड़ेगा। इसलिए इसमें एनुअल चार्ज के तौर पर प्रावधान करने की योजना पर काम किया जा रहा है।

डैमेज वसूलने का प्रावधान

कैंट बोर्ड मौजूदा समय में फाइनेंशियल क्राइसिस के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में पार्किंग चार्ज के कांसेप्ट पर काम किया जा रहा है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार घरों के बाहर गाडि़यों की पार्किंग डिफेंस लैंड पर होती है। जो रक्षा भूमि पर अतिक्रमण की तरह है। इसका डैमेज वसूलने का कैंट एक्ट प्रावधान भी है। एक बात सड़कों पर पार्किंग से सड़क पर ट्रैफिक जाम की प्रॉब्लम हो जाती है। कई बार गलियों में गाडि़यों को फंसते हुए देखा गया है। अगर कोई पार्किंग चार्ज नहीं देगा उसकी गाड़ी को जब्त कर लिया जाएगा।

पार्किंग चार्ज का गणित

कैंट एक्ट के नियमों के तहत अगर गाडि़यों की पार्किंग की एवज में डैमेज चार्ज वसूला जाता है तो एक गाड़ी के एरिया 40 स्क्वॉयर फुट और 25 रुपए प्रति स्क्वॉयर फुट के हिसाब से हर दिन 1000 रुपए बनता है, लेकिन इससे पब्लिक पर काफी भार पड़ने के अलावा विरोध होने का अंदेशा भी है। मेंबर्स भी इस चार्ज का समर्थन नहीं करेंगे। ऐसे में 1000 रुपये एनुअल चार्ज के तौर का प्रावधान करने की योजना है। ताकि लोगों को राहत मिले।

किया जाएगा सर्वे

इस चार्ज को शुरू करने से पहले कैंट बोर्ड के अधिकारी रेवेन्यू सेक्शन के कर्मचारियों के साथ मिलकर कैंट के सभी वार्डो का सर्वे किया जाएगा। ताकि पता चल सके कि कैंट की सड़कों पर कितनी गाडि़यां पार्क होती हैं। गौरतलब है कि सदर, सदर कबाड़ी बाजार, तेली मोहल्ला आदि के लोग अपनी गाडि़यों को बंगला नंबर-173 में पार्क करते हैं।