-जबरदस्त बारिश से कैंट स्टेशन पर मैनेंजमेंट की खुली पोल, टै्रक से सकुर्लेटिंग एरिया तक लबालब हुआ स्टेशन

-टूटे शेड्स के नीचे भीगते रहे मजबूर पैसेंजर्स, एईएन कॉलोनी में भी जलजमाव

VARANASI:

पूर्वाचल के बड़े रेलवे स्टेशन्स में शुमार कैंट स्टेशन भी थर्सडे की रात हुई जबरदस्त बारिश में ताल तलैया बन गया। ट्रैक से लेकर सकुर्लेटिंग एरिया तक पानी ही पानी भर गया। दो साल पहले प्लेटफॉर्म पर लगाए गए शेडों पर लाखों रुपये खर्च कर चेंज किया गया था। इनकी पोल खुल गई और ट्रेन्स का इंतजार कर रहे पैसेंजर्स छत से टपक रहे पानी से तर बतर हो गए। भारी बारिश के चलते ट्रैक भी पानी में डूब गए। इससे ट्रेन्स का ऑपरेशन भी इफेक्टेड हो गया। हालांकि, तड़के पहुंचे सफाई कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद किसी तरह चोक हुए सीवर को साफ किया। इसके बाद स्थिति सामान्य हुई।

दो साल में ही बेड़ा हुआ गर्क

स्टेशन के प्लेटफॉ‌र्म्स पर लगे शेड्स भी मुसीबत बढ़ाने में कम नहीं है। बारिश होने पर जगह जगह टूट गए शेड्स से झरने की तरह पानी गिरा। जबकि दो साल पहले स्टेशन के सभी प्लेटफॉ‌र्म्स पर लगे एस्बेस्टस शीट को हटाकर उसकी जगह मॉडर्न शीट को लगाया गया था। उसमें यह दावा किया गया था कि अब प्लेटफॉर्म पर एक बूंद पानी नहीं टपकेगा। लेकिन यह दावा हवा हवाई साबित हुआ। बताया जाता है कि इलेक्ट्रीफिकेशन के लिए लगाए गए पोल्स ने शीट का बेड़ा गर्क कर दिया है। पोल्स के लिए कई जगहों पर कुछ शेड्स हटा दिए गए थे या फिर तोड़ दिए गए थे। उनमें से मैक्सिमम को वैसे ही छोड़ दिया गया है, जिसके चलते बारिश का पानी गिरना बंद नहीं हुआ है। यही कारण है कि हाल में जब भी बारिश हुई पूरा पानी प्लेटफॉ‌र्म्स पर आ गया। बारिश के बाद यहां हर तरफ पानी ही पानी फैल जाता है। यही नहीं, शेड्स के नीचे खड़े पैसेंजर्स भी पानी-पानी हो जाते हैं। दूसरी ओर बारिश के चलते लाखों का पार्सल भी पानी से भीग गया। इन्हें निकालने का काम दिनभर चलता रहा।

सकुर्लेटिंग एरिया से कॉलोनी तक

बारिश के दिनों में कैंट स्टेशन के ताल तलैया बनने के पीछे स्टेशन के सीवर पाइप लाइन का प्रॉपर न होना बताया जाता है। इसका नतीजा रहा कि लास्ट इयर भी पूरा कैंपस बारिश के दौरान जलमग्न हो गया था। ठीक उसी तरह थर्सडे को हुई बारिश में भी पूरा कैंपस उफान मारने लगा। हालांकि, प्लेटफॉ‌र्म्स और ट्रैक के बीच भरे पानी को प्राइवेट एजेंसी के सफाई कर्मियों ने मशक्कत कर बाहर निकाल दिया। लेकिन कैंपस से सटे एईएन कॉलोनी में भरे पानी ने रेल कर्मियों को घरों में कैद कर दिया। हर बार की तरह इस बार फिर हो हल्ला मचने के बाद ही इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट फास्ट हुआ। इसके बाद पूरे दिन पंप लगाकर कॉलोनी का पानी बाहर निकाला गया। लेकिन फिर पानी बरस गया तो क्वार्टर तक पानी पहुंचने से रोक पाना आसान नहीं होगा।

वर्जन--

बारिश के दिनों में कैंट स्टेशन पर जलजमाव न हो इसके लिए इंतजाम कर लिया गया है। प्लान के मुताबिक कुछ व‌र्क्स बचे हैं, जिन्हें समय रहते कर लिया जाएगा।

अनिल कुमार पांडेय, मैनेजर, कैंट रेलवे स्टेशन