PATNA: तेजी से बढ़ रहे हृदय रोग के मामलों को देखते हुए पटना में भी बहुत जल्द ऐसा हाईटेक पेसमेकर लगाने का काम शुरू हो जाएगा। कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा पटना में आयोजित कार्डिकॉन 2018 में देश के जाने माने डॉक्टरों ने इस आधुनिक पेसमेकर की जानकारी बिहार के डॉक्टरों को दी है। एक्सपर्ट का कहना है कि कैप्सूल वाला पेसमेकर पुराने तार वाले पेसमेकर से लॉन्ग लाइफ वाला होता है। साथ ही इसमें किसी भी प्रकार के संक्रमण का खतरा भी नहीं होता है।

 

ऐसे काम करता है पेसमेकर

एक्सपर्ट का कहना है कि कैप्सूल साइज का पेसमेकर पूरी तरह से हाईटेक है। इसे हार्ट में ही सेट कर दिया जाता है। इसके लिए किसी बड़े ऑपरेशन की आवश्यकता नहीं होती है। एक्सपर्ट इसे आसानी से फिट कर देते हैं। इसमें कोई तार नहीं होता है जिससे कोई समस्या नहीं आती है। पुराने पेसमेकर में तार के सहारे हार्ट से ज्वाइंट किया जाता था। उसमें आए दिन इंफेक्शन की समस्या तार उलझने का डर तो होता ही है साथ ही साथ तार वाले पेसमेकर की बैट्री की लाइफ भी कम होती है। ऐसे में यह पेसमेकर काफी सुविधाजनक है।

 

अपडेट कर दिया गया टिप्स

बाहर से आए विशेषज्ञों ने डॉक्टरों को कैप्सूल साइज पेसमेकर को कैसे लगाया जाएगा और इसका फंक्शन क्या होगा सहित अन्य जानकारी देते हुए कई अन्य तरह के टिप्स दिए।

 

हृदय रोग की बीमारी को लेकर पटना में देश के बड़े बड़े डॉक्टरों के साथ कार्यशाला कराई गई। इसमें आधुनिक कैप्सूल साइज पेसमेकर के बारे में भी बताया गया जिसकी शुरूआत पटना में जल्द शुरू होगी।

डॉ एके झा, वाइस प्रेसीडेंट

सीएसआई