बनी पहली महिला
इस अवॉर्ड को पाने वाली कैप्टन राधिका मेनन ऐसी एकमात्र भारतीय महिला हैं। ये अवॉर्ड उनको अपने असाधारण साहस के लिए दिया जा रहा है।
मौत को मात दे बचाई मछुआरों की जान
पिछले साल जून में कैप्टन राधिका मेनन ने नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया था। उन्होंने समुद्र में फंसे ऐसे 7 मछुआरों की जान बचाई थी जिनको बचा पाना लगभग असंभव था। दरअसल ये मछुआरों अपनी नाव से आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा से ओडिशा के गोपालपुर जा रहे थे कि तभी अचानक उनकी नाव एक भयंकर समुद्री तुफान में फंस गई। इसी बीच उनकी नाव का इंजन भी खराब हो गया। मछुआरों के परिवारवालों को लगा कि वो सभी डूब गए हैं और वो उनके क्रिया कर्म की तैयारी करने लगे, तभी उन्हें फोन आया कि सभी मछुआरों को बचा लिया गया है।
कैप्टन राधिका और उनकी टीम ने मिलकर बचाया
राधिका मेनन और उनकी टीम ने समुद्र के इस भयंकर तुफान को मात दी और सभी 7 मछुआरों को सुरक्षित बाहर निकाला। बता दें कि ये तुफान इतना ज्यादा भयंकर था कि किसी का भी बच पाना मुश्किल था।
किया शुक्रिया
शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के शिप पर मौजूद मेनन ने ई-मेल के द्वारा कहा कि वो इस सम्मान के लिए आभारी हैं। साथ ही ये भी कहा कि तूफान में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना उनकी ड्यूटी थी।
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