- गैस किट से सिलेंडर में की जा रही थी रिफलिंग

- सिलेंडर के ब्लास्ट से इमारतों के भी शीशे टूटे

- मोहल्ले में मची अफरा-तफरी, टल गया बड़ा हादसा

Meerut: बुलंदशहर में विस्फोट में हुई फ्ख् लोगों की मौत के बाद भी लोग सबक नहीं ले रहे हैं। खुलेआम सार्वजनिक स्थान पर अवैध तरीके से गैस की रीफिलिंग कर न केवल जान खतरे में डाल रहे हैं बल्कि बड़े हादसे को भी जन्म दे रहे हैं। सोमवार को मारुति वैन में गैस किट लगाने के बाद उसे चेक करने के दौरान वैन के सिलेंडर में आग लग गई, जिससे हुए तेज धमाके से वैन की छत उड़ गई। इस दौरान आसपास की दुकानों में भी आग लग गई। वहीं ऊंची इमारतों के भी शीशे चकनाचूर हो गए। सूचना पर दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।

क्या है मामला

मेडिकल थाना क्षेत्र के तहत मंगलपांडे नगर स्थित क्क्9/क् में एएस ऑटो गैस के नाम से अलीम और सुखवीर की सीएनजी और एलपीजी गैस किट लगाने की शॉप है। यहां गाडि़यों और सिलेंडरों में गैस की रिफलिंग भी होती है। सोमवार दोपहर को इसी दुकान पर मारुति वैन और होंडा सिटी कार में एलपीजी गैस किट लगाई जा रही थी। वैन में किट लगाने के बाद कार में लगे सिलेंडर में घरेलू सिलेंडर से गैस को रीफिलिंग हो रही थी। उसी दौरान कार के सिलेंडर से चिंगारी निकली और वह आग के शोलों में बदल गई। रीफिलिंग कर रहे कारीगर भी वहां से भाग निकले। इसी बीच होंडा सिटी कार को उसका चालक तेजी से लेकर भाग गया। जब तक कोई समझ पाता, तब तक वैन के अंदर से तेज धमाका हुआ। उसके बाद कार की छत व उसमें लगा सिलेंडर का आधा हिस्सा फटकर उछला और क्00 मीटर दूर जाकर गिरे। सिलेंडर फटने के तेज धमाके से आसपास की इमारतों के भी शीशे टूटकर गिर पड़े। एक दुकान में भी हल्की आग लगी, जिसे तत्काल बुझा दिया गया।

आग पर पाया काबू

कंट्रोल रूम से विस्फोट और आग की सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। फायर ब्रिगेड के सीएफओ ईश्वर चंद सोनी दमकल की गाड़ी के साथ मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाया। आग की लपटों से आसपास के पेड़ भी जल गए। सीओ सिविल लाइन शिवराज सिंह मेडिकल पुलिस को लेकर मौके पर पहुंचे, लेकिन जब तक अलीम और सुखवीर दुकान बंद कर मौके से भाग निकले। दुकानदार पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। पुलिस ने आरोपियों की तलाश में दबिशें भी दी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।

आसपास और भी हैं दुकानें

जिस जगह मारुति वैन में आग और धमाका हुआ था। उसके आसपास एस फ्यूल सिस्टम और ओम ट्रेडर्स के नाम से सीएनजी, एलपीजी किट लगाने की दुकानें हैं। सभी दुकानें अवैध तरीके से चल रही हैं और यहां खुलेआम गैस सिलेंडरों को विभिन्न एजेंसियों के हॉकर लेकर आते हैं और गैस निकालकर रीफिलिंग करते हैं। इन पर भी होने वाली गैस रीफिलिंग न रोकी गई तो कभी भी बड़ा हादसे को दावत दे सकती हैं।

गैस रीफिलिंग करने के आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के लिए दबिशें दी जा रही हैं। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

-संजीव यादव

एसओ, मेडिकल