- सरकारी स्कूलों के सीनियर छात्रों को मेडिकल, इंजीनियरिंग के लिए तैयार करने की कवायद

- एससीईआरटी या सीमैट के जरिए प्रिंसिपल्स और साइंस फैकल्टी को दी जाएगी ट्रेनिंग

DEHRADUN: प्रदेश के सरकारी स्कूलों में रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक बार फिर शिक्षा विभाग ने नए सिरे से प्लान तैयार कर सभी स्कूलों के प्रिंसिपल्स को ट्रेंड करने का निर्णय लिया है। जिसके लिए एससीईआरटी या सीमैट के माध्यम से करियर काउंसिलिंग की जाएगी। बच्चों को ट्रेंड करने से पहले स्कूलों के प्रिंसिपल्स और साइंस की फैकल्टी को ट्रेंनिग दी जाएगी।

मेडिकल और इंजीनियरिंग पर फोकस

प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों के सिलेबस में रोजगारपरक शिक्षा की कमी को देखते हुए शिक्षा महकमा स्कूल स्तर पर ट्रेनिंग करवाने जा रहा है। जिसके लिए शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए हैं। विभाग ने सिलेबस में रोजगार संबंधी सामान्य जानकारियां बच्चों को पढ़ाने का निर्णय लिया है। जिससे बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां समय से करवाई जा सके। इसमें मेडिकल, इंजीनियरिंग पर फोकस किया जाएगा। विभाग ने इसके लिए एससीईआरटी या फिर सीमैट के जरिए प्लान तैयार करने की बात की है। हालांकि इसमें सिर्फ सीनियर छात्रों की करियर काउंसिलिंग करवाई जाएगी। छात्रों की काउंसिलिंग से पहले सभी स्कूलों के प्रिंसिपल्स या फिर साइंस की फैकल्टी को ट्रेंड किया जाएगा। विभाग की ओर से ट्रेनिंग देने के निर्देश सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को जारी कर दिए गए हैं।

सभी स्कूलों के लिए गाइडलाइन जारी

शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों के हालात सुधारने को नई कवायद शुरू की गई है। स्कूलों के निरीक्षण के दौरान जो कमियां पाई गई। उसके आधार पर विभाग की ओर से सभी जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। उच्च अधिकारियों ने जब स्कूलों का निरीक्षण किया तो कई प्रकार की कमियां नजर आई। हालांकि निरीक्षण कुछ ही स्कूलों में हुए लेकिन विभाग ने इस बात को स्वीकार किया कि सरकारी स्कूलों में भवन, सिलेबस, साफ-सफाई में काफी कमियां हैं। जिन्हें दूर करने के लिए प्लान बनाकर काम किया जा रहा है। सिलेबस को रोजगारपरक बनाने के साथ बच्चों को ट्रेनिंग देने की जरूरत भी महसूस की गई। जिसके लिए सबसे पहले प्रिंसिपल्स और फैकल्टी को ट्रेंड करने के निर्देश दिए गए हैं।

शिक्षा में सुधार के लिए विद्यालयी शिक्षा की ओर से जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। जिसमें एससीईआरटी या सीमैट के जरिए प्लान तैयार होने के बाद अनिवार्य रूप से प्रशिक्षण दिया जाएगा।

एसबी जोशी, सीईओ देहरादून