ALLAHABAD: ये जरूरी नहीं कि बच्चे वही कॅरियर चुनें जिसमें उनके पैरेंट्स ने कॅरियर बनाया है। कॅरियर का सलेक्शन खुद को जज करने के बाद ही करना चाहिए। ये बातें बुधवार को मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस की तरफ से आयोजित वर्कशॉप के दौरान काउंसलर्स ने कही। इंस्टीट्यूट की तरफ से पीपीटी के जरिए बेस्ट कोर्स के सेलेक्शन और अपने लिए बेस्ट करियर चुनते समय उठाए जाने वाले कदमों के बारे में विस्तार से बताया गया। इस दौरान स्टूडेंट्स की क्वैरीज का भी सॉल्यूशन काउंसलर्स ने दिया। एक्सप‌र्ट्स ने बताया कि अपने स्कोर के हिसाब से स्टूडेंट्स को आगे का कॅरियर का सलेक्शन करना चाहिए।

 

प्रिंसिपल वर्जन

स्टूडेंट्स में 12वीं के बाद कॅरियर को लेकर कई प्रकार की कंफ्यूजन होती है। खासतौर पर कॅरियर का सेलेक्शन करने के बाद संबंधित फील्ड की सही जानकारी को लेकर भी स्टूडेंट्स काफी परेशान रहते है। ऐसे में इस तरह के काउंसलिंग प्रोग्राम स्टूडेंट्स की काफी हेल्प करते है। इससे उन्हें आगे चलकर समस्याओं का सामना करने से मुक्ति मिलती है।

-आर सी श्रीवास्तव, एकेडमिक डायरेक्टर, खेल गांव पब्लिक स्कूल

 

समय-समय पर ऐसे काउंसलिंग के प्रोग्राम्स स्टूडेंट्स के लिए आयोजित होने चाहिए। इससे उनकी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन आसानी से मिल सकेगा। ऐसे प्रयास के जरिए स्टूडेंट्स में खुद को लेकर चलने वाली निगेटिव बातें दूर होती है और उनमें आत्मविश्वास आता है। खासकर 12वीं के स्टूडेंट्स जो करियर को लेकर सबसे अधिक स्ट्रेस में रहते है। उनको काफी हद तक मदद मिलती है। ये प्रयास काफी अच्छा है।

अमृता अग्रवाल, प्रिंसिपल, संस्कार इंटरनेशनल स्कूल